नोएडा, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 10 एवं 15 साल पुराने वाहनों पर प्रशासन की सख्ती प्रारम्भ हो गयी है. गौतमबुद्ध नगर की सड़कों से 27,000 वाहन गायब हो गए हैं। अगर परिवहन विभाग और नोएडा ट्रैफिक पुलिस को इनमें से एक भी वाहन दिखाई दिया तो तत्काल जप्त कर लिया जाएगा। इसके अलावा वाहन चालक के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा। परिवहन विभाग का कहना है कि अभी 1.35 लाख वाहनों के खिलाफ एक्शन होना बाकी है।
एक लाख 60 हजार पुराने वाहन होंगे ज़ब्त
दरअसल, गौतमबुद्ध नगर जिले में UP16Z सीरीज के एक लाख 60 हजार पुराने डीजल और पेट्रोल वाहनों का परिवहन विभाग ने पंजीकरण निलंबित कर दिया था। वाहनों का पंजीकरण छह माह के लिए निलंबित किया गया था। परिवहन विभाग के अनुसार जैसे-जैसे वाहनों के पंजीकरण निलंबन की छह माह की अवधि पूरी हो रही है, इसे निरस्त किया जा रहा है।
ऐसे वाहन जिनका पंजीकरण निरस्त है। सड़कों पर नहीं दौड़ सकते – सियाराम वर्मा ARTO
एआरटीओ प्रशासन सियाराम वर्मा ने कहा कि पंजीकरण निरस्त करने के बाद वाहन पूरी तरह से बेकार हो जाता है, इसलिए वाहन चालकों को छह माह के लिए मौका दिया जाता है। जिन वाहनों का पंजीकरण निरस्त नहीं हुआ है, उनके मालिक परिवहन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त कर सकते हैं। अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के बाद गाड़ी मालिक वाहन को दिल्ली-एनसीआर से बाहर दूसरे जिले में ले जा सकते हैं। पंजीकरण रद्द होने की स्थिति में एनसीआर की सड़कों पर वाहन नहीं दौड़ा सकते हैं। यदि वाहन दौड़ते मिलेंगे तो जब्त कर लिए जाएंगे।