यूपी भाजपा ने 2024 लोकसभा चुनाव के लिए जीत का रोडमैप तैयार करना शुरू कर दिया है रविवार को यूपी भाजपा के नवनियुक्त संगठन महामंत्री धर्मपाल के आने पर गाजियाबाद में चुनावी जीत के लिए मंथन शुरू हुआ। इस मौके पर संगठन महामंत्री धर्मपाल डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह रहे मौजूद बैठक के दौरान संगठन महामंत्री ने कहा कि भाजपा की जीत की राह कार्यकर्ता ही बनाएंगे उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को संगठित होकर सक्रियता बनाए रखना होगा ताकि हम लोकसभा में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीत सके उन्होंने कार्यकर्ताओं से अभी से तैयारी में जुटने के लिए कहा साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी ने पिछले चार चुनाव 2014 लोकसभा 2017 यूपी विधानसभा 2019 लोकसभा चुनाव और फिर 2022 में यूपी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था उसी तरह 2024 में भी भारतीय जनता पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज करें और कार्यकर्ता अभी से उस तैयारी में जूट जाए ।
10 अगस्त को संगठन महामंत्री धर्मपाल को यह जिम्मेदारी दी गई थी धर्मपाल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में रहते हुए पश्चिमी उत्तर प्रदेश और ब्रज क्षेत्र में काफी काम किया था इस वजह से संगठन को धार देने के लिए उन्होंने पश्चिम और ब्रज क्षेत्र को ही चुना उनका पहला फोकस भी इन्हीं क्षेत्रों पर है इन क्षेत्रों में लोकसभा के 27 सीटें आती हैं जिसमें से 20 सीटों पर भाजपा की जीत दर 2019 लोकसभा चुनाव में हुई थी बैठक में दोनों क्षेत्रों के पश्चिम और ब्रज के 38 जिलों के जिला अध्यक्ष जिला प्रभारी समेत सांसद विधायक एमएलसी शामिल हुए। नवनियुक्त संगठन महामंत्री रविवार को पहली बार यूपी भाजपा के कार्यकर्ताओं से मुखातिब हुए थे क्योंकि वह भी पश्चिमी यूपी के बिजनौर जिले के सैनिक बिरादरी से आते हैं ऐसे में पश्चिमी और ब्रज क्षेत्र से उन्होंने भाजपा के लिए 2024 का रोड मैप तैयार करने का निर्णय लिया बीते चुनाव की तरह यूपी में भाजपा का प्रदर्शन लगातार जारी रहे इसके लिए उन्होंने रविवार को गाजियाबाद में पश्चिमी यूपी और ब्रज क्षेत्र के 38 जिलों के सभी जिला अध्यक्षों जिला प्रभारियों क्षेत्रीय अध्यक्ष सांसद विधायक एमएलसी के साथ-साथ दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य बृजेश पाठक प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह के साथ रोड मैप तैयार किया।
बैठक मैं केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि विश्वास नहीं था कि 2017 में सरकार बनाएंगे उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2017 में किसी को इस बात का विश्वास नहीं था कि हम प्रदेश में सरकार बनाएंगे लेकिन संगठन कार्यकर्ताओं के संभल और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत की सरकार बनाई इसी तरह 2019 के लोकसभा चुनाव को बहुत कठिन बताया गया था । सपा बसपा के गठबंधन के बाद भी कार्यकर्ताओं के दम पर हम फिर विजई हुए । 2022 के विधानसभा चुनाव में देश विरोधी ताकतें भी सक्रिय हुए विपक्ष ने भ्रम फैलाया की यूपी में भाजपा को रोक लिया तो दिल्ली में मोदी को भी रोक लेंगे लेकिन भाजपा ने फिर से सरकार बनाई। 2022 विधानसभा चुनाव में विपक्ष ने साजिश की और अब 2024 के चुनाव में उससे भी बड़ी साजिश हो सकती है इसलिए पार्टी कार्यकर्ता सतर्क रहें और लगातार पार्टी के लिए काम करते रहे। डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा कि 2024 में पार्टी प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा सीटों पर जीत हासिल करेगी उसी दिशा में पार्टी को आगे बढ़ाना है । बैठक में भाजपा के संगठन महामंत्री रहे सुनील बंसल को विदाई दी गई और नए संगठन महामंत्री धर्मपाल का स्वागत किया गया
तो क्या प्रदेश अध्यक्ष बन सकते हैं केशव मौर्य ?
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की संगठन से सरकार बड़ा है पीठ के बाद यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या वह प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में है ? सुनील बंसल को राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बनाए जाने के बाद संगठन पर मजबूत पकड़ रखने वाले नेता की तलाश लगातार हो रही है । बंसल के जाने के बाद कार्यकर्ताओं का मनोबल बनाए रखना भी बड़ी चुनौती है नए संगठन महामंत्री धर्मपाल झारखंड में भाजपा के संगठन महामंत्री थे उनका यूपी में एबीपी में काम करने का अनुभव तो है पर यूपी भाजपा में सीधे काम नहीं किया है इसलिए केंद्रीय नेतृत्व ऐसे चेहरे की तलाश लगातार कर रही है जो उत्तर प्रदेश में कार्यकर्ताओं के बीच अच्छी पैठ रखता हो संगठन की पूरी जानकारी हो और संगठन और सरकार के बीच सामंजस्य स्थापित करने में निपुण हो ऐसे चेहरे की तलाश लगातार जारी है।
केंद्रीय नेतृत्व के मानकों पर फिट बैठते हैं केशव
केशव प्रसाद मौर्य 2017 के विधानसभा चुनाव के पहले से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे तब भाजपा ने सहयोगी दलों के साथ विधानसभा चुनाव में 325 सीटें जीती थी प्रदेश अध्यक्ष के लिए भाजपा को बड़े सियासी कद वाले चेहरे की तलाश है यह चेहरा ऐसा होना चाहिए जो अनुभवी हो और 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर संगठन और सरकार में समन्वय बैठा सके इन मानकों पर केशव मौर्य फिट बैठते हैं हालांकि कुछ लोग इस बात को कह कर खारिज कर रहे हैं कि नए संगठन महामंत्री भी सैनी बिरादरी से आते हैं ऐसे में उसी बिरादरी से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाएगी । लेकिन केंद्रीय नेतृत्व अब भाजपा की पुरानी परंपराओं के आधार पर नहीं बल्कि चुनाव जीतने की रणनीति के हिसाब से चेहरे तय करती है इस चेहरे पर चुनाव जीते उसी को ही नेतृत्व संपत्ति है ऐसे में केशव मौर्य क्या 2024 लोकसभा चुनाव के लिए यूपी भाजपा का नेतृत्व करेंगे ?
सूत्रों का दावा है कि सोमवार यानी आज या मंगलवार को नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा हो जाएगी उसके बाद 2024 के मंथन के लिए संगठन महामंत्री और प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में अवध क्षेत्र और पूर्वांचल में गाजियाबाद की ही तरह एक बड़ी बैठक की जाएगी जिसमें 2014 जीत के लिए रोडमैप तैयार किया जाएगा ।