यूपी के बरेली जिले की जो रामगंगा नदी के तट बसा है। यह जिला उत्तर प्रदेश का आठवां महानगर और भारत का 50वां सबसे बड़ा शहर है। इस जिले में नौ विधानसभा क्षेत्र हैं। इसी वजह से सभी पार्टियों की नजर इस जिले पर रहती है, 2022 यूपी विधानसभा का चुनाव जैसे जैसे करीब आ रहा है। बरेली में सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। बरेली कृषि उत्पादों का व्यापारिक केंद्र है और यहां कई उद्योग, मिलें लकड़ी का काम और सूती कपड़ों का काम होता है।
बरेली की कैंट का जातीय समीकरण
- ब्राह्मण : 3 लाख से अधिक
- ठाकुर : 2 से 2.25 लाख
- कश्यप : 80 से 90 हजार
- वैश्य : 65 से 70 हजार
- मौर्य : 65 हजार से अधिक
- दलित : 2.65 लाख
- मुस्लिम : 2.83 से 3 लाख
बरेली का चुनावी अखाड़ा
बरेली की जनता क्या चाहती है?
वहीं अगर बात करें 2017 विधानसभा में कौन जीता कौन हारा तो, बरेली कैंट विधानसभा से बीजेपी ने अपना परचम लहराया कांग्रेस को मात देते हुए बीजेपी के राजेश अग्रवाल ने नवाब मुजाहिद को करारी सिक्शत दी थी।
वहीं जब Knews ने जनता के बीच जाकर उनका मूड जानना चाहा तो जनता ने भी अपने मन की भड़ास जमकर निकाली, कैंट विधानसभा के निवासियों ने साफ लफ्जों में कहा कि विधायक जी ने अभी के पांच साल तो छोड़ दीजिए, वह जब से विधायक हैं तब से आज तक विकास कार्यों के नाम पर कुछ भी नहीं किया, कैंट विधानसभा की सड़कें गड्ढों में है, कॉलेज तो दूर की बात एक प्राइमरी स्कूल तक नहीं है। विधायक जी क्या उनके प्रतिनिधि तक विधानसभा में नहीं आते। कुछ ने तो यहां तक कह दिया कि इस बार चुनाव में नया चेहरा होगा जो नया सवेरा लेकर आएगा ।
तो आपने देखा बरेली में 2017 के जंग में कौन किस पर भारी पड़ा और किसको जनता ने अपना ररनुमा चुना। अब देखने वाली बाली बात होगी कि 2022 के जंग में किस दल के सिर होगा यूपी की सत्ता का ताज