पर्वतराज हिमालय का तराई इलाका कुछ दिनों में बनेगा गिद्धराज के लिए सुरक्षित ठिकाना। तराई के 14 जिलों में गिद्धों के अनुकूल वातावरण तैयार किया जाएगा। इससे गिद्धों की संख्या बढ़ेगी और यहाँ कि आबोहवा शुद्ध होगी। केंद्र सरकार का यह प्रयास यहाँ के रहने वालों के लिए एक बड़ा कदम है।
गोरखपुर जिले से करीब 35 किमी दूरी पर स्थित भारीवैसी में गिद्ध संरक्षण केंद्र स्थापित किया जा रहा है। केंद्र सरकार का प्रयास है की यह तराई गिद्ध संरक्षण केंद्र के साथ गिद्धों के सुरक्षित ठिकाने के रूप में भी जानी जाए। सरकार की जरूरत के अनुकूल वन विभाग, कृषि विभाग, पशु पालन विभाग व बॉम्बे नेचर हिस्ट्री सोसाइटी के वैज्ञानिक इसकी योजना तैयार कर रहे है। प्रभागीय वनाधिकारी गोरखपुर विकास यादव ने बताया की गिद्धों के अनुकूल पर्यावरण के लिए खेती में रसायनों का उपयोग कम करना होगा जिससे प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। इससे केवल गिद्धों को ही नहीं बल्कि आम जन को भी सहायता मिलेगी स्वस्थ रहने में।