उत्तर प्रदेश का अकेला संस्थान जहां रोबोट से हो रहा इला
लखनऊ । डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में लकवा से पीड़ित मरीजों का इलाज रोबोट के जरिये किया जा रहा है। रोबाट मरीजों को ट्रेनिंग देता है,जिससे उनके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होता है। इसे रोबाेट असिटेड गेट ट्रेनिंग (आरएजीटी) नाम दिया गया है।
दरअसल, लकवा ग्रस्त मरीजों का हाथ व पैर बेकार होने से जिंदगी बोझ बन जाती है। ऐसे लोगों की जिंदगी में उजाला लाने का काम रोबोट कर रहा है। रोबोट के अंदर बीमार शख्स को बैठाया जाता है और जिस अंग यानी की हाथ या पैर में समस्या होती है , उस अंग को रोबोट चलाने में मदद करता है। रोबोट की मदद से बीमार शख्स आसानी से हाथ या पैर को चला पता है।
लोहिया संस्थान के फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबलिटेशन विभाग (पीएमआर) में लगे इस रोबोट की मदद से हड्डियों की बीमारी से जूझ रहे मरीजों को भी लाभ मिल रहा है।
विभाग के डॉ.सत्यशील के मुताबिक यह एक प्रकार की मशीन है,जिसकी सहायता से लकवा ग्रस्त अंग को चलाया जाता है। इससे मांसपेशियों को ताकत मिलती है , लगातार प्रशिक्षण से मरीज के पुनर्वास में मदद होती है। उत्तर प्रदेश का डॉ.राम मनोहर लोहिया अकेला ऐसा संस्थान है जहां रोबोट की मदद से मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा रहा है।