इन चार बिंदुओं पर कार्य करने से सुधर गयी यूपी की कानून व्यवस्था

गृह मंत्रालय की ओर से आयोजित दो दिवसीय चिंतन शिविर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी मॉडल पर बात की। उनहोंने कहा कि प्रदेश में पुलिस के लिए अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि, पुलिस रिफॉर्म और पुलिस बल को तकनीकी से जोड़ने के अच्छे नतीजे आए हैं। इससे प्रदेश में कानून का राज स्थापित करने में मदद मिली है। उन्होंने अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की अपनाई गई नीति के बारे में कहा कि प्रदेश में वर्तमान में संगठित अपराध समाप्त हो चुका है। ऐसे अपराधी जेल में हैं या पुलिस मुठभेड़ में उनकी मौत हो चुकी है।

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को हरियाणा के सूरजकुंड में सु²ढ़ कानून व्यवस्था के यूपी मॉडल के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में चार मुख्य बिंदुओं पर कार्य किया गया है। पहला भर्ती और प्रशिक्षण, दूसरा पुलिस का आधुनिकीकरण, तीसरा अवस्थापना सुविधाओं में वृद्धि और चौथा चुनौतियों को देखते हुए गृह मंत्रालय से सामंजस्य। इससे कानून व्यवस्था को निरंतर सु²ढ़ रखने में सफलता मिली है।

सीएम योगी ने माफिया के खिलाफ कार्रवाई के बारे में कहा कि माफिया और अन्य अपराधियों की 44 अरब 59 करोड़ रुपए की संपत्ति का जब्तीकरण और ध्वस्तीकरण किया गया है। माफिया और अपराधियों की अवैध संपत्ति का जब्तीकरण कर उन पर बालिकाओं के लिए कॉलेज और निर्बल वर्ग के लिए आवास बनाए जा रहे हैं। इससे समाज में बेहतर संदेश गया है। उन्होंने कहा कि चिह्न्ति माफिया के 18 मुकदमों में पैरवी कर 11 माफिया और उनके 28 सह अपराधियों को आजीवन कारावास या कठोर कारावास और अर्थदंड की सजा कराई गई है। इनमें दो को फांसी की सजा भी हुई है।

योगी ने कहा कि प्रदेश में सभी महत्वपूर्ण त्योहार, मेले, जुलूस आदि शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए हैं। राज्य सरकार की प्रतिबद्धता से प्रदेश में सांप्रदायिक सौहाद्र्र कायम है। सभी वर्गों में आपसी सौहाद्र्र और समरसता अक्षुण्ण है। अंत में उन्होंने कहा कि मुझे पूर्ण विश्वास है कि गृह मंत्री के मार्गदर्शन में यह बैठक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के संकल्प को साकार करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

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