LUCKNOW ( K NEWS) : आजम खा की विधायकी रदद होने के बाद अब सवाल यही उठ रहे हैं कि इससे सपा को कितना नुकसान होगा। गौरतलब है कि आजम लंबे समय से राजनीतिक मुसीबतों के घेरे में हैं। उनके बेटे और उनकी पत्नी तक पर मुकदमें दर्ज हैं। ऐसे में क्या अब वह राजनीतिक में दोबारा वापसी कर पाएंगे यह देखने वाली बात होगी। क्योंकि उनके उपर 100 से ज्याद मुकदमें अबतक दर्ज हो चुके हैं।
राजनीतिक पंडितों की माने तो सपा को आजम की विधायकी रदद होने से तगड़ा झटका लगा है। आजम लंबे समय से पार्टी का मुस्लिम चेहरा थे। और अखिलेश सरकर में सबसे ताकतवर मुस्लिम मंत्री। ऐसे में किसी दूसरे चेहरे को स्टेबलिश करने में समय लगेगा जोकि पार्टी के पास नहीं है। एक महीने बाद निकाय चुनाव है और उसके फौरन बाद लोकसभा के चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी।
वैसे अगर देखा जाए तो महबूब अली, शाहिद मंजूर, इकबाल महमूद, शफीकुरर्रमान बर्क़ समेत ऐसे कई विधायक है जो लंबे समय से पार्टी के साथ है और चुनाव जीतते आ रहे है। सबसे पहले पायदान पर महबूब अली है जो आजतक कोई चुनाव नहीं हारे हैं। मुलायम सिंह के चहेते रहे है और अखिलेश यादव भी उन्हें पंसद करते हैं।
सपा के फायर ब्रांड नेता आजम खां की विधायकी जाने के बाद सपा के सामने कई मुश्किलें खड़ी हो सकती है। पश्चिमी यूपी की मुस्लिम सीटों पर उनका प्रभाव तगड़ा रहता था। उस इलाके में यह पार्टी के बड़े चेहरे के रूप में शुमार रहते हैं। हाल में होने वाले निकाय चुनाव की तैयारियों में लगी सपा के लिए यह करारा झटका माना जा रहा है।