के-न्यूज़, आगरा में सिटी स्टेशन रोड 100 साल पुरानी धर्मशाला को तोड़कर निर्माण कार्य चल रहा था। बेसमेंट की खुदाई की जा रही थी। सुरक्षा मानकों की अनदेखी के कारण हुआ इतना बड़ा हादसा | इसके बावजूद संबंधित विभाग सो रहे थे। शिकायत पर भी सुनवाई नहीं हुई। इससे गुरुवार की सुबह बड़ा हादसा हुआ। एक बच्ची को इसकी कीमत अपनी जान देकर चुकानी पड़ी।
टीला माईथान के रहने वाले बैंक के सेवानिवृत्त कर्मचारी बीएस तोमर ने बताया कि श्री राय बहादुर विशंभर नाथ धर्मशाला तकरीबन 100 साल पुरानी है। इसके बाहर मुख्य मार्ग पर दुकानें बनी हुई हैं। छह महीने पहले धर्मशाला को तोड़कर निर्माण कार्य किया जा रहा था। तोड़ने की वजह से टीला माईथान के घरों में धमक आती थी।
धर्मशाला नीचे की तरफ है, जबकि मकान टीले पर बने हुए हैं। तोड़फोड़ की धमक रोजाना लोगों को सुनाई दे रही थी। मकानों में दरार आने पर धर्मशाला में कार्य कर रहे लोगों से शिकायत की गई। मगर, कोई सुनवाई नहीं हुई। दो महीने पहले बेसमेंट की खुदाई का कार्य शुरू हुआ था। कई मशीनें काम कर रही थी।
धर्मशाला के पीछे रहने वाले लोगों ने बताया कि धमक की वजह से उनके मकान में दरार आ गई थी। वह मकान खाली करने की तैयारी कर रहे थे। शिकायत करने पर धर्मशाला संचालक ने उनके मकान की दरारों में सीमेंट भरवा दिया था। धर्मशाला में सुरक्षा मानकों की अनदेखी करके बेसमेंट की खुदाई से 4 साल की रूशाली को अपनी जान गंवानी पड़ी। उसका एक दिन पहले ही चौथा जन्मदिन मनाया गया था। परिवार में खुशियां थी। सुबह ही उसके दादा छत से लेकर अपने कमरे में लाए थे। धमक की वजह से पहले ही मकान में दरार आ गई थी। वह मकान खाली करने की तैयारी कर रहे थे। तभी हादसा हो गया। बेटी की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। लोग बस यही कह रहे हैं कि लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।