KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश के लखनऊ में पुलिस हिरासत में 24 साल के एक युवक की मौत हो गई। पुलिस ने उसे जुआ खेलने के आरोप में हिरासत में लिया था। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी। अमन गौतम नाम के युवक के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे पीट-पीटकर मार डाला, लेकिन पुलिस ने आरोप से इनकार किया है।
पार्क में जुआ खेल रहे लोगों की सूचना
आपको बता दें कि लखनऊ में जुएं के खिलाफ पुलिस की छापेमारी के दौरान एक युवक की मौत से हड़कंप मच गया है। मृतक युवक का नाम अमन गौतम है, जिसकी उम्र 24 वर्ष थी। परिजनों का आरोप है कि अमन की मौत पुलिस द्वारा पीटने के कारण हुई है, जबकि पुलिस का कहना है कि उसकी मौत हार्ट अटैक के कारण हुई।
दरअसल 11 अक्टूबर की रात, डॉ. अम्बेडकर पार्क में जुआ खेल रहे लोगों की सूचना पर पीआरवी 4830 की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस का दावा है कि उन्होंने दो युवकों अमन गौतम और सोनू बंसल को हिरासत में लिया। पुलिस ने आरोप लगाया कि गाड़ी में बैठाने के दौरान अमन की तबियत बिगड़ गई और उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों के आरोप
अमन की बहन सुधा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसके भाई को गाड़ी में पीट-पीटकर हत्या कर दी। परिवार ने जुआ खेलने के आरोप को सिरे से नकार दिया और कहा कि पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट गलत है। अमन की पत्नी, रोशनी गौतम, ने भी कहा कि उसके पति को किसी प्रकार की बीमारी नहीं थी और हार्ट अटैक का दावा सही नहीं है। उन्होंने न्याय की मांग करते हुए सरकार से एक करोड़ रुपये मुआवजे और सरकारी नौकरी की भी मांग की।
मायावती ने शख्स की मौत पर दु:ख जताया
बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष मायावती ने शख्स की मौत पर दुख जताया और दोषी पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद, अमन के परिजनों और सैकड़ों समर्थकों ने धरना प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दी। उनके विरोध में शामिल कई दलित नेताओं ने भी परिवार से मिलने की योजना बनाई है, जिससे राजनीतिक माहौल गरमा सकता है। नेताओं में चंद्रशेखर रावण, बसपा प्रदेश अध्यक्ष विश्वनाथ पाल, और स्वामी प्रसाद मौर्य शामिल हैं।
पुलिस का बयान
पुलिस ने कहा कि अमन की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई, जैसा कि पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट में बताया गया है। पुलिस ने इस मामले में विधिक प्रचलन के तहत जांच और कार्रवाई जारी रखने की बात कही है।