आगरा में हाथों में प्रार्थना पत्र लेकर कलक्ट्रेट डीएम से मिलने पहुंचे दो मासूम, कहा – “तालाब पर कब्जा हो जाएगा तो स्कूल कैसे जाएंगे और…”

रिपोर्ट – अजेन्द्र चौहान 

आगरा – गांव पथौली के सरकारी तालाब पर कब्जे की शिकायत लेकर दो नाबालिक मासूम जिला मुख्यालय पहुंचे जिसने भी इन्हें देखा, इनके साहस की सराहना करने से अपने आप को नहीं रोक सका|

जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे

आपको बता दें कि गांव पथौली के रहने वाले दो नाबालिग भाई गांव में सरकारी तालाब पर हो रहे अवैध कब्जे को रुकबाने जिलाधिकारी से मिलने पहुंच गए। आप तस्वीरों में देख सकते हैं कि दो नाबालिग भाई बिलक और पीयूष हाथ में प्रार्थना पत्र लेकर जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी से मिलने पहुंचे हैं। बिलक की उम्र 12 साल और पीयूष की उम्र 13 साल है। यह चचेरे भाई अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए घर से निकल कर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए। दोनों भाई अधिकारियों के सामने पेश भी हुए और उन्होंने अपनी प्रार्थना पत्र पर अधिकारियों की मोहर भी लगवा ली।

13 साल के पीयूष ने दिया जवाब

जब पीयूष से पूछा गया कि आखिर तालाब पर हो रहे कब्जे से पीयूष और बिलक का क्या मतलब है, तुम्हारी तो अभी पढ़ने लिखने और खेलने कूदने की उम्र है, तो 13 साल के पीयूष ने जवाब दिया कि जब तालाब पर कब्जा हो जाएगा और पूरे गांव का पानी सड़कों पर आएगा तब सुबह स्कूल कैसे जाएंगे और गांव में बीमारियां फैलेंगी तो कैसे खेल कूद पाएंगे।

सभी ने की दोनों भाइयों की हिम्मत और जज्बे की तारीफ

महेश 13 साल की पीयूष का यह जवाब सुनकर जिला मुख्यालय में मौजूद लोग हैरत में रह गए और दोनों भाइयों की हिम्मत और जज्बे की तारीफ करने लगे। बरहाल छोटी सी उम्र में अपने अधिकार गांव वालों की भलाई के लिए दोनों मासूम सरकारी तालाब पर हो रहे कब्जे की शिकायत लेकर किस तरह से जिला मुख्यालय में जिलाधिकारी से मिलने पहुंच गए |

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