रिपोर्ट – आशुतोष त्रिपाठी
मिर्जापुर – आज से शारदीय नवरात्र प्रारंभ हो गया है. देश के सभी देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों का तांता लगा हुआ है. विंध्याचल के मां विंध्यवासिनी मंदिर पर भी आधी रात से ही श्रद्धालुओं का लाइन लगना शुरू हो गया था मंगला आरती के बाद से ही श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी देवी का एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं. नवरात्रि के पहले दिन शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन कर रहे हैं.
देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें
आपको बता दें कि शारदीय नवरात्र आज से प्रारंभ हो गया है. देश के सभी देवी मंदिरों में सुबह से ही भक्तों की लाइन लगी हुई है मां की जयकारे के साथ दर्शन पूजन कर रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में स्थित प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर पर भी आधी रात से ही श्रद्धालुओं की लाइन लगना शुरू हो गई थी, मंगला आरती के बाद से ही श्रद्धालु लंबी लंबी लाइनों में लगकर हाथों में नारियल चुनरी लेकर मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन कर रहे हैं. नवरात्रि के पहले दिन श्रद्धालु मां विंध्यवासिनी देवी के दरबार में शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन कर रहे हैं. मां विंध्यवासिनी देवी का एक झलक पाकर निहाल हो रहे हैं.
नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि मेला
विंध्याचल धाम में नौ दिनों तक चलने वाले नवरात्रि मेले में देश भर से लाखों की संख्या में भक्त माँ विंध्यवासनी के दर्शन पूजन के लिए पहुचेंगे. श्रद्धालुओं की सुविधा लेकर पूरे मंदिर में स्टील के बैरिकेट लगा कर सुरक्षा के इंतिजाम किये गये है. सुरक्षा की दृष्टिकोण से पूरे मेला को तीन सुपर जोन 10 जोन और 21 सेक्टर में बांटा गया है. प्रत्येक जोन व सेक्टर के प्रभारी पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को बनाया गया है. श्रद्धालु की सुरक्षा के लिए हजारों की संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया है जो मुस्तादी से ड्यूटी कर रहे हैं.
विंध्याचल धाम में श्रद्धालु शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन
नवरात्रि में भक्त नवदुर्गा का आराधना करते हैं मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में स्थित मां विंध्यवासिनी मंदिर में नवरात्रि के पहले दिन विंध्याचल धाम में श्रद्धालु शैलपुत्री स्वरूप का दर्शन पूजन कर रहे है. शैलपुत्री स्वरूप के पूजन में क्या चढ़ाया जाता है इसको लेकर धर्माचार्य मिट्ठू मिश्रा ने बताया की भक्तों को इस दिन लाल वस्त्र धारण कर पूजा करना चाहिए. माता रानी को श्वेत पुष्प, कमल के पुष्प,गुड़हल के फूल प्रिय हैं नारियल भी चढ़ाने प्रसन्न होती है. मां को गाय के घी से बने हुए पकवान बनाकर चढ़ाने से मां खुश होती हैं और भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं.