यूपी विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है. पहले, दूसरे और तीसरे चरण के बाद अब बारी है यूपी में चौथे चरण के चुनाव की, यूपी विधानसभा में कुल 403 सीटें है इनमें से 172 सीटों पर वोटिंग समाप्त हो चुकी है। अब बारी है चौथे चरण में होने वाले चुनाव की जिसमें 9 जिलों की 59 सीटों शामिल है। चौथे चरण में तमाम दिग्गजों की किस्मत दांव पर है, कुल 624 दिग्गज चुनावी मैदान पर है जिसका फैसला जनता कल वोट कर EVM में कैद करेगी।
इस चरण में प्रमुख सीटों में लखनऊ और गांधियों का गढ़ रायबरेली भी शामिल है। जिसके चलते चौथे चरण की सियासी सरगर्मी भी देखने को मिलेगी। चौथे चरण में कई दिग्गज नेताओं की साख दांव पर लगी है. रायबरेली क्षेत्र में भी विधानसभा चुनाव होंगे, जिसे गांधी परिवार का गढ़ माना जाता है. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी यहीं से लोकसभा सांसद हैं और उनके बेटे राहुल गांधी अमेठी से साल 2019 में लोकसभा चुनाव केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से हार गए थे. चौथे चरण में यूपी की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका गांधी चुनावी रण में कांटे की टक्कर दे रही. अब देखना यह वो कितनी ख़री उतर पाती है. उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के मतदान में जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें से 90 प्रतिशत बीजेपी के पास हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इनमें से 51 सीटों पर जीत हासिल की थी. एक सीट उसके सहयोगी अपना दल (एस) के खाते में गई थी.अब देखना यह होगा कि क्या बीजेपी फिर से अपना सत्ता वापस जमा पायेगी.
इस चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा जिले की कुल 59 सीटें पर चुनाव होंगे
सभी राजनीतिक दल और जनता चौथे चरण की वोटिंग की तैयारियों में जुटे हुए हैं. इस चरण में पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, लखनऊ, उन्नाव, रायबरेली, फतेहपुर और बांदा जिले की कुल 59 सीटें पर चुनाव होंगे. जिसमें 16 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं. चौथे चरण में सपा 58 सीट पर चुनावी मैदान में है, जबकि 2 सीटों पर ओम प्रकाश राजभर की पार्टी चुनावी मैदान में उतराने के लिए तैयार है. बसपा और कांग्रेस 60 सीटों पर चुनावी मैदान में है, जबकि बीजेपी 57 और उसकी सहयोगी अपना दल तीन सीटों पर चुनावी मैदान में कड़ी टक्कर दे रहे है.