रिपोर्ट – कृष्ण कांत पांडेय
उत्तर प्रदेश – बलिया जनपद में गंगा नदी में तबाही मचानी शुरू कर दी है। यहां गंगा नदी अपने खतरा बिंदु से लगभग डेढ़ मीटर ऊपर बह रही है। जिसके कारण जिले के लगभग 16-17 गांव की एक लाख की आबादी प्रभावित है। जिसके कारण कछार क्षेत्र तथा शहर के निचले इलाकों में पानी भर गया है। गंगा में आई बाढ़ के कारण शहर के नीचे इलाकों में पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया है। जहां ज्यादातर घर गंगा के पानी में डूब गए हैं। यहां बाढ़ क्षेत्र से सड़क तक के संपर्क मार्ग पानी में डूब गए हैं। जिसके कारण स्थानीय लोग आवागमन के लिए नाव का सहारा लेने को मजबूर हैं।
पानी के कारण जनजीवन अस्त – व्यस्त
आपको बता दें कि बलिया शहर के निचले इलाकों में भरे पानी के कारण जनजीवन अस्त – व्यस्त हो गया है। लोगों की माने तो यहां पानी भरने के कारण आवागमन में खासी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। जहां घर में रखा राशन खत्म हो जाने के कारण लोग भूखे रहने को मजबूर हो गए हैं। लोगों की मानें तो यहां किसी प्रकार की कोई प्रशासनिक सहायता अभी तक नहीं पहुंचाई गई है। लोग सीने तक पानी में तैर कर तो कभी खुद का पैसा देकर नावों से आवागमन करने को मजबूर हैं।
जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी
वहीं गंगा में आई बढ़ के कहां यहां जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। जिला प्रशासन ने बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने तथा बुजुर्गों मवेशियों तथा बच्चों को बाढ़ के पानी से दूर रखने के निर्देश दिए हैं। जिला प्रशासन यहां फ्लड फाइटिंग के लिए बेहतर व्यवस्थाओं और सुविधाओं का दम भर रहा है। लेकिन स्थानीय स्तर पर इसकी हकीकत कुछ और ही देखने को मिल रही है।