देहरादून- पृथक राज्य उत्तराखंड से लेकर स्थाई राजधानी गैरसैंण आंदोलन में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाली राज्य आन्दोलन कि जननी मानी जाने वाली पार्टी उत्तराखंड क्रान्ति दल लंबे समय से अपने खस्ताहाल नेतृत्व की अनदेखी से जूझ रहा था। दल के कार्यकर्ता लंबे समय से नेतृत्व परिवर्तन की मांग कर रहे थे। पुराने नेतृत्व को लेकर लंबे समय से अंसंतोष की स्थिति भी देखने को मिल रही थी। वहीं उक्रांद के वर्तमान अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी ने भी अपना एक बयान जारी किया है अपने बयान में ऐरी ने कहा कि पार्टी में सर्वसम्मति से नेतृत्व परिवर्तन होगा या फिर पारदर्शी तरीके से चुनाव प्रक्रिया को अपनाया जाएगा।
गढी कैंट सर्किट हाउस में आयोजित कार्यक्रम में कई लोगो ने दल की समस्या को ग्रहण किया। इस मौके पर ऐरी ने कहा कि दल का नया नेतृत्व ऊर्जावान होने के साथ ही दल की रीति नीति को समाज तक पहुंचाने वाला होगा। 24-25 जुलाई को दल का अधिवेशन होना है जिसके लिए स्थान तय किया जा रहा है। ऐरी ने यूनिफॉर्म सिविल कोड पर सहमति जताते हुए कहा कि देश की विविध संस्कृति अल्पसंख्यक और जनजाति परंपराओ का भी रखना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान ही ऐरी ने पदाधिकारियो को जिम्मेदारी भी बांटी। जिसमें शैलेन्द्र गोसाई केा जिला संगठन मंत्री और गोपाल भंडारी को जिला उपाध्यक्ष के साथ ही तमाम नेताओं को जिम्मेदारी बांटी गई।
उम्मीद की जा रही है कि नेतृत्व परिवर्तन के बाद यूकेडी लोगों के बीच फिर से विश्वास कायम करने में सफल होगी। जिससे कि आने वाले लोकसभा चुनावो में पार्टी को फायदा हो सकता है और कुछ निकायों में पार्टी के प्रतिनिधियों के जीत दर्ज करने के आसार भी है।