दावेदार हजार, सस्पेंस बरकरार !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, देवभूमि उत्तराखंड में निकाय चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। निकायों में आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी होने के बाद से भाजपा-कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दलों में बड़ी संख्या में नेता दावेदारी कर रहे हैं। हांलाकि अभी निकाय चुनाव कब होंगे इस पर सस्पेंस बरकरार है.. लेकिन माना जा रहा है कि बहुत जल्द सरकार निकाय चुनाव की स्थिति को साफ कर देगी. इस बीच भाजपा ने निकाय चुनाव में मेयर, पालिकाध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष के दावेदारों पर रायशुमारी के लिए पर्यवेक्षक नामित कर दिए हैं। वहीं कांग्रेस भी निकाय चुनाव की तैयारियों में लगी हुई है. साथ ही जीत का दावा करते हुए सरकार पर चुनाव टालने का आरोप भी लगा रही है। कांग्रेस का कहना है कि ना तो सरकार निकाय चुनाव करा रही है. ना पंचायत और ना ही छात्र संघ और सहकारिता के चुनाव करा रही है। सरकार को हार का डर है इसलिए सरकार एकाएक चुनावों को टालने में लगी हुई। वहीं छात्र संघ चुनाव ना होने पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत को नैनीताल में छात्र नेताओँ के विरोध का सामना करना पड़ा…आक्रोशित छात्र नेताओं ने काली पट्टी बांधकर धन सिंह रावत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। इस बीच निकाय चुनाव से ठीक पहले ईडी ने कांग्रेस नेता राजीव जैन के घर छापेमारी की है। राजीव जैन हरीश रावत के करीबी नेता माने जाते हैं। कांग्रेस का आरोप कि सरकार ने चुनाव से ठीक पहले विपक्षी नेताओं को अपने पाले में लाने के लिए ईडी को विपक्षी नेताओं के उत्पीडन के लिए लगा दिया है।

उत्तराखंड में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तैयारी तेज हो गई है। राज्य सरकार की ओर से निकायों में आरक्षण की अनंतिम अधिसूचना जारी करने के बाद पार्टी मुख्यालयों में नेताओं की भीड काफी बढ़ गई है। एक के बाद एक कई बड़े नेता दावेदारी कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा-कांग्रेस के सामने बड़ा संकट पैदा हो गया है कि किस दावेदार को टिकट दें. वहीं इस बीच सत्ताधारी दल भाजपा ने निकाय चुनाव में मेयर, पालिकाध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्ष के दावेदारों पर रायशुमारी के लिए पर्यवेक्षक नामित कर दिए हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा तीन सर्वे रिपोर्ट के आधार पर अपने उम्मीदवारों का चयन करेगी।

आपकों बता दें कि उत्तराखंड में निकाय चुनाव की आचार संहिता 25 या 26 दिसंबर को लागू हो सकती है। वहीं निकाय चुनाव से पहले उत्तराखंड में दल बदल की संभावनाएं भी बढ़ गई है। खबर है कि पिछले तीन साल से राजनीतिक रूप से अलग-थलग पड़े भाजपा के पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। ठुकराल को कांग्रेस से मेयर का टिकट मिलता है तो रुद्रपुर में चुनावी दंगल दिलचस्प होने के आसार हैं। इस बीच निकाय चुनाव से ठीक पहले ईडी ने कांग्रेस नेता राजीव जैन के घर छापेमारी की है। राजीव जैन हरीश रावत के करीबी नेता माने जाते हैं। ऐसे में उनके भी पाला बदलने की संभावना है.

 कुल मिलाकर राज्य में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। भाजपा-कांग्रेस समेत तमाम दलों ने निकाय चुनाव की तैयारी तेज कर दी है। इस बीच राज्य में दल बदल की संभावनाएं भी बढ़ गई है। ऐसे में देखना होगा कि आखिर कबतक राज्य में सरकार निकाय चुनाव शुरू कराएगी, आखिर निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस नेता राजीव जैन के घर ईडी की छापेमारी के क्या मायने है।

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