दावेदार हजार, लंबी कतार !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, हरियाणा और जम्मू कश्मीर के विधानसभा चुनाव निपटने के बाद अब भारत निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र, झारखंड के साथ ही उत्तरप्रदेश की 10 विधानसभा सीटों और उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों में लग गया है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द निर्वाचन आयोग इन सभी राज्यों में चुनाव की घोषणा कर देगा। इस बीच उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा में होने वाले उपचुनाव पर सबकी निगाहें बनी हुई है। प्रधानमंत्री के विशेष लगाव और सनातन धर्म के सबसे बड़े धार्मिक स्थलों में से एक होने के चलते भाजपा के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। वहीं चुनाव की घड़ी नजदीक आते ही भाजपा-कांग्रेस ने अपने अपने प्रत्याशियों पर मंथन शुरू कर दिया है। दोनों ही दलों ने केदारनाथ में पर्यवेक्षकों की नियुक्ति करने के साथ ही जिताऊ उम्मीदवारों पर मंथन शुरू कर दिया है। इसके अलावा भाजपा ने पांच पांच कैबिनेट मंत्रियों और अन्य नेताओँ की ड्यूटी भी केदारनाथ में लगाई हुई है। वहीं कांग्रेस का कहना है कि वह सर्वे के आधार पर ही जिताऊ उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारेगी। इसके अलावा कांग्रेस ने उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और झबरेड़ा विधायक विरेंद्र जाती को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपकर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने के निर्देश दिये हैं। कांग्रेस का कहना है कि बद्रीनाथ और मंगलौर के बाद केदारनाथ में भी कांग्रेस की जीत तय है।

केदारनाथ उपचुनाव के लिए भाजपा कांग्रेस की तैयारी तेज हो गई है. इसी कडी में उत्तराखंड कांग्रेस ने केदारनाथ उपचुनाव के लिए पर्यवेक्षको कि नियुक्ति कर दी है. कांग्रेस प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा के निर्देश पर प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा की ओर से खटीमा विधायक एवं उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी और झबरेड़ा विधायक विरेन्द्र जाती को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बता दे कि सत्ताधारी दल भाजपा की ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त करने के साथ ही मंत्रियों को भी मोर्चे पर उतारा गया है। वहीं हरियाणा विधानसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित भाजपा का कहना है कि वह जीत को लेकर आश्वस्त है…

आपको बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग महाराष्ट्र, झारखंड के साथ ही उत्तरप्रदेश की 10 विधानसभा सीटों और उत्तराखंड की एक विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव की तैयारियों में लग गया है। माना जा रहा है कि बहुत जल्द निर्वाचन आयोग चुनाव की घोषणा कर देगा. वहीं भाजपा-कांग्रेस ने अब जिताऊं उम्मीदवारों पर मंथन भी शुरू कर दिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि पार्टी के पास दावेदारों की लंबी सूची है..वहीं इस बीच भाजपा का दावा है कि उसने सदस्यता अभियान का लक्ष्य भी करीब करीब तय कर लिया है। बता दें कि इस अभियान के तहत 20 लाख लोगों को सदस्य बनाने का लक्ष्य पार्टी ने रखा है जिसमें से 18 लाख से अधिक सदस्य पार्टी ने बनाने का दावा किया है।

कुल मिलाकर जल्द ही केदारनाथ उपचुनाव का ऐलान होने जा रहा है…इससे पहले भाजपा-कांग्रेस ने अब जिताऊ उम्मीदवारों पर मंथन शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि भाजपा में दिवंगत विधायक शैलारानी रावत की बेटी ऐश्वर्या रावत, भाजपा महिला मौर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आशा नौटियाल, भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल प्रमुख दावेदार हैं। जबकि कांग्रेस की बात करें तो पूर्व विधायक मनोज रावत, कांग्रेस नेता हरक सिंह रावत, कांग्रेस जिलाध्यक्ष कुंवर सजवाण के नाम पर मंथन चल रहा है देखना होगा इन तमाम नामों में से किसके नाम पर अंतिम मुहर लगती है

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