‘कोसने वालों को प्रयागराज में सनातन की ताकत दिखी’, दुनिया रह गई हैरान, बोले सीएम योगी

KNEWS DESK-  गोरखपुर में होली पर्व के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म के प्रति अपनी आस्था और विश्वास को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग सनातन धर्म की आलोचना करते थे, उन्हें हाल ही में आयोजित महाकुंभ में इसकी ताकत का अहसास हुआ। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ में 66 करोड़ से अधिक लोगों ने बिना किसी भेदभाव के पवित्र डुबकी लगाई, जो एक अनोखा दृश्य था और दुनिया को हैरान कर गया।

मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ लोग हमेशा सनातन धर्म का विरोध करते थे, लेकिन जब महाकुंभ हुआ और लाखों लोग एक साथ वहां स्नान करने पहुंचे, तो इन आलोचकों को सनातन धर्म की ताकत और इसकी एकता का अहसास हुआ।” उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग यह सोचते थे कि हिंदू धर्म जाति के आधार पर बंटा हुआ है, उन्हें महाकुंभ के दौरान यह सच्चाई देखनी चाहिए कि यहां लोग बिना किसी भेदभाव के एकजुट थे।

योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से उन लोगों पर कटाक्ष किया जिन्होंने अयोध्या में रामलला के मंदिर के निर्माण का विरोध किया था। उन्होंने कहा कि इन लोगों को यह समझना चाहिए कि सनातन धर्म न केवल भारत की संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है, बल्कि यह हमारी आस्था और एकता का प्रतीक है।

महाकुंभ पर उठाए गए सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, “कुछ लोग महाकुंभ के आयोजन पर सवाल उठाते थे, लेकिन यह आयोजन बिना किसी भेदभाव के हुआ और इससे दुनिया भर को एकता का संदेश मिला। प्रयागराज की पवित्र धरती ने हमें यह सिखाया कि सनातन धर्म में विश्वास रखने वाले सभी लोग एकजुट हैं और उनकी आस्था में कोई विभाजन नहीं है।”

योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि “धर्म की विजय होती है, और सनातन धर्म की ताकत यही है कि जहां धर्म होगा, वहीं विजय होगी।” उनके इस बयान ने न केवल सनातन धर्म के महत्व को उजागर किया, बल्कि यह भी दर्शाया कि महाकुंभ जैसे आयोजन समाज में एकता और भाईचारे की भावना को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

मुख्यमंत्री का यह संदेश एक बार फिर साबित करता है कि भारतीय समाज की विविधता में भी एकता की भावना निहित है और यह तभी संभव है जब हम अपनी आस्था और परंपराओं को सम्मान देते हैं।

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