देहरादून। उत्तराखंड के सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि भारत की आजादी का श्रेय पत्रकारों की जिजीविषा को भी जाता है, जिसके कारण भारत को आजदी दिलाने में पत्रकारों की भूमिका भी रही है।
आज भी पत्रकारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रा लोकतंत्र कायम है। इसके पीछे पत्रकारों का समर्पण और उनका बलिदान ही है। तिवारी ने इसके बाद कहा कि पत्रकारों को हमेशा अपने कर्तव्य पथ पर डटा रहना चाहिए। राज्य में ईमानदारी से काम करने वाले पत्रकारों को हमेशा सम्मान और आदर मिलेगा।
उन्होंने कहा कि भारत में कुछ ही समय में तकनीकी क्षेत्र में बड़ा बदलाव हुआ है। इसके बावजूद भी अखबारों की भूमिका और उनका महत्व बना रहेगा।
राज्य सूचना आयुक्त योगेश भटृ ने कहा कि पत्रकारिता को जनसरोकारों से अलग नहीं किया जा सकता है। भटृ ने इस मौके पर पत्रकारों को सामाजिक और वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए नीति बनाने को लेकर पैरवी की.
इस दौरान दीर्घकालीन सेवाओं के लिए पत्रकार राकेश खंडूडी,दिनेश कुकरेती, गौरव मिश्रा के साथ ही बारामासा की टीम को सम्मानित किया गया।