देहरादून, 18 जनवरी मंगलवार को थाना रायपुर को क्षेत्र के महाराणा प्रताप चौक से मालदेवता की ओर रखे कचरे की डिब्बे के पास झाड़ियों में एक 2-3 दिन का बच्चा ग्रे कलर के बैग के अन्दर पड़ा मिला। उक्त सूचना पर रायपुर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर नवजात शिशुको इलाज हेतु रायपुर अस्पताल ले जाया गया, जहाँ पर डॉक्टरों ने उसको दून अस्पताल रेफर कर दिया।
नवजात शिशु के बारे पुलिस द्वारा अथक प्रयास करने पर जानकारी मिली कि नवजात शिशु का जन्म से होंठ कटा हुआ था, जिसका जन्म 16 जनवरी को दून मेडिकल कालेज में हुआ था । अस्पताल के अभिलेखों में नवजात शिशु के पिता गिरीश भण्डारी व माता श्रीमती नीरजा निवासी गण शक्ति विहार रायपुर देहरादून प्रकाश में आया । नवजात शिशु के परिजन 17 जनवरी को नवजात शिशु को कहीं और इलाज कराने के नाम पर अस्पताल से ले गये थे। नवजात शिशु के माता -पिता द्वारा नवजात शिशु की जिन्दगी को खतरे में डालकर नवजात शिशु को एक बैग में डालकर कचरे के ढेर के पास झाड़ियों में फेंककर नवजात शिशु का परित्याग किया गया था, जिसका सुराग पुलिस cctv कैमरों के माध्यम से मिला ।
उक्त सम्बन्ध में नवजात शिशु के माता पिता के विरूद्ध थाना रायपुर पर मु0अ0सं0 30/2024 धारा 317 भादवि पंजीकृत किया गया है। वर्तमान में नवजात शिशु का दून अस्पताल में इलाज चल रहा है। नवजात शिशु की देखभाल हेतु थाना रायपुर से महिला पुलिस कर्मियों को नियुक्त किया गया है।