KNEWS DESK- वक़्फ़ संशोधन बिल के विरुद्ध असदुद्दीन ओवैसी सहित अन्य की याचिका को हेवी कॉस्ट सहित निरस्त करने के संबंध मै और मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और ओवैसी से पहले जवाब लिया जाए कि मुसलमानों की सरपरस्ती के दौरान वक्फ संपत्ति पर अवैध कब्जे कैसे हुए और सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार 12 हजार करोड़ रुपयों की वक्फ़ की आय का किया हुआ जवाब देते हुए पहले अपनी ईमानदारी साबित करें अन्यथा बेईमानों को मुस्लिम समाज की सरपरस्ती करने का कुरान में ईश्वर के आदेश के अनुसार कोई अधिकार नहीं है और कुरान में ईश्वर के आदेश अनुसार बेईमानों को जिम्मेदारियों से हटाकर दूसरे ईमानदार लोगों को जिम्मेदारी देने का आदेश है जो कि वो लोग ईमानदारी से काम करेंगे।
आप से सादर निवेदन है कि वक़्फ़ संशोधन बिल भारत सरकार द्वारा पास किया गया है यह बिल मुस्लिम समाज के और देश के हित में है और जो अधिकार मुस्लिम समाज के कमजो वर्ग के भू माफियों ने वक़्फ़ एक्ट 1995 की धारा 40 की तानाशाही शक्तियों के आधार पर छीन लिए थे और माफियाओं ने वक़्फ़ संपत्तियों को अपनी निजी संपत्ति घोषित कर दिया था अब इस बिल के जरिए वक़्फ़ संपत्तियों का सही रख रखाव प्रबंध पारदर्शिता एवं सदुपयोग होगा इसलिए जौन भी इस नए संशोधन बिल का समर्थन किया है भारत में इस्लाम धर्म के नाम पर मुस्लिम शिनाख्त के नाम रखकर कुछ अशरफ अमीर लोगों ने अपने निजी लाभ की पूर्ति के लिए धोखाधड़ी बेइमानी से मुस्लिम समाज की झूठी सरपरस्ती की है ऐसे ही लोगों ने धर्म के आधार पर देश के टुकड़े कराये और मुस्लिम समाज को धार्मिक आस्था के मुद्दे पर जज्बात में लेकर के गुमराह किया गया और धोखेबाज गद्दारों का उद्देश्य पूरा होते ही कोई मुद्दा याद नहीं रहा वर्तमान में भी ऐसा ही हो रहा है के कुछ लोग मुस्लिम के नाम रख कर गुमराह कर रहे है सिर्फ अपने निजी लाभ के लिए जबकि ऐसे लोगों का चरित्र सामने आ चुका है।

ये लोग बेईमान धोखेबाज अमानत में खयानत करने वाले है इस्लाम के अनुसार ऐसे बेईमान लोगों को मुस्लिम समाज की रहनुमाई सरपरस्ती करने का अधिकार नहीं है जैसा के अभी तक इनके द्वारा जो सरप्रसती की गई है बेइमानी धोखा अमानत में खयानत की है मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और ओवैसी आदि लोगों मुस्लिम समाज के साथ और देश के साथ बेइमानी और धोखाधड़ी का व्यवहार किया है मुस्लिम समाज की रहनुमाई के दौरान वक़्फ़ की संपत्ति पर अवैध कब्जे कराए सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार 12 हज़ार करोड़ रुपए की वक़्फ़ संपत्ति की आय का भी कुछ पता नहीं है ये लोग धार्मिक आस्था की आड़ लेकर के इस्लाम खतरे में है मस्जिद मदरसा खतरे में है आम जनता को गुमराह कर देश में दंगे फसाद ग्रह युद्ध करने के प्रयास में है जिसके जरिए सरकार को डराकर जो इनके द्वारा कमजोरों के अधिकार छीने गए है और जो इस नए संशोधन बिल के जरिए से माफियाओं से छीन कर गरीबों को दिलाया जाये।