सावन में श्रद्धालुओं की आस्था चरम पर, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की आरती के सभी टिकट हुए बुक, शयन आरती में निभेगी परंपरा

KNEWS DESK-  सावन मास की शुरुआत इस वर्ष 11 जुलाई से हो रही है और 9 अगस्त तक यह पवित्र माह चलेगा। इस दौरान बाबा विश्वनाथ के दर्शन और आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है। श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में होने वाली सभी प्रमुख आरतियों के ऑनलाइन टिकट पहले ही बुक हो चुके हैं।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ की दिनभर में कुल पाँच आरतियाँ होती हैं। इनमें से चार आरतियों के लिए ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है:

  • मंगला आरती (सुबह)

  • भोग आरती (दोपहर)

  • सप्तऋषि आरती (शाम)

  • शृंगार/भोग आरती (रात्रि)

इन सभी आरतियों में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं को मंदिर प्रशासन द्वारा जारी ऑनलाइन स्लॉट्स के ज़रिये पहले से बुकिंग करनी होती है। मंदिर ट्रस्ट के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्रा ने बताया कि सावन मास में सभी आरतियों के स्लॉट अब पूरी तरह से फुल हो चुके हैं।

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर की एक अनोखी परंपरा है — रात्रिकालीन शयन आरती, जिसकी कोई टिकट बुकिंग नहीं होती। यह आरती विशेष रूप से काशी के स्थानीय निवासियों द्वारा की जाती है।
परंपरा के अनुसार, काशीवासी स्वयं भजन-कीर्तन के माध्यम से बाबा को शयन कराते हैं। यह धार्मिक और भावनात्मक जुड़ाव इस आरती को खास बनाता है।

हाल ही में काशी दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासन को साफ निर्देश दिए हैं कि सावन मास में किसी भी श्रद्धालु को असुविधा न हो। उन्होंने सुरक्षा, सफाई, संसाधनों की उपलब्धता और भीड़ प्रबंधन के लिए सभी जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है। प्रदेश सरकार और मंदिर प्रशासन के सहयोग से इस बार सावन में श्रद्धालुओं को एक सुव्यवस्थित और आध्यात्मिक अनुभव देने की पूरी तैयारी की जा रही है।

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