रिपोर्ट – रीतेश चौहान
बदायूं – लोकसभा चुनाव में सपा की तीसरी लिस्ट जारी होते ही बदायूं में सियासत गरमा गई, मुस्लिमों को वोट बैंक के जरिये ठगी का आज एहसास कराया गया पूर्व राज्य मंत्री व सपा के राष्ट्रीय सचिव आबिद रज़ा आज टिकट वितरण को लेकर खासे नाराज दिखे |
मुस्लिमों की अनदेखी पर उठाये सवाल
आपको बता दें वहीं सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व मंत्री आबिद रज़ा ने आज पत्रकारों के समक्ष टिकट वितरण पर तीखे सवाल उठाये, समाजवादी पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशियो में बरेली, शाहजहापुर, आंवला, बदायूं से किसी मुसलमान को टिकर ना मिलने से मुसलमान अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि बदायूं में मुस्लिमों को सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है| वहीं आंवला में 5 लाख की मुस्लिमों की आबादी होने के बावजूद कोई मुस्लिम प्रत्याशी न उतारना मुस्लिम समुदाय के साथ नाइंसाफी है|
उन्होनें यहां तक कह डाला कि मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना तय माना जा रहा क्योंकि विपक्ष की गठबंधन पार्टियां आपसी कलह से कमजोर हैं| उन्होने धर्मेन्द्र यादव की जगह शिवपाल के टिकट और चुनाव में साथ देने पर कहा अभी चुनाव के समर्थन की बात नहीं अभी मुसलमान के साथ नाइंसाफी की बात कर रहा | उन्होंने कहा मुझे गठबंधन से कोई एतराज नहीं है लेकिन मुसलमान को उनका हक मिलना चाहिए |