सचिन पायलट ने कहा- 5 दिन की अब संघर्ष यात्रा निकालूंगा

KNEWS DESK…  सचिन पायलट ने सीअम अशोक गहलोत के द्वारा लगाए गए आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। जिसमें कि कुछ लोग कांग्रेस को कमजोर करना चाहते हैं। सचिन पायलट ने 5 दिन की पदयात्रा निकालने का एलान कर दिया है। साथ ही कहा कि अब मैं उम्मीद खो चुका हूं। जिसको वापस लाने के लिए संघर्ष यात्रा निकालूंगा। में लोगों के बीच अपनी आवाज को उठाऊंगा। 5 दिन की पदयात्रा में अजमेर से जयपुर की करूंगा जिसमें से बात भी करूंगा।

जयपुर में सचिन पायलट ने की प्रेस काॅन्फ्रेस

सचिन पायलट ने जयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेस करते हुए  अशोक गहलोत के आरोपों को झूठा और बेबुनियाद बताया। सचिन पायलट ने कहा कि मैंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का धौलपुर का भाषण सुना। उसे सुनकर ऐसा लगता है कि जैसे उनकी नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे हैं। एक तरफ यह कहा जा रहा कि हमारी सरकार को गिराने का काम भाजपा कर रही थी। दूसरी तरफ कहा जाता है कि हमें बचाने का काम वसुंधरा राजे कर रही थी। आप कहना क्या चाहते हैं, आपको स्पष्ट करना चाहिए। मैं जनता के बीच इस मुद्दे को उठाऊंगा।

5 दिन की अब संघर्ष यात्रा निकालूंगा-सचिन पायलट

पायलट ने बतााया कि मुझे बहुत कुछ कहा गया। कभी कोरोना, कभी गद्दार आदि। मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था। बावजूद इसके हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे। लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है। कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे विधायकों पर आरोप लगाए जा रहे, जो राजनीति में 40-45 साल से हैं। उनके क्षेत्र के लोग भी उन्हें जानते हैं कि वो किस तरह के नेता हैं और कैसे काम करते हैं। ऐसे विधायकों पर आरोप लगाना गलत है।

 अजमेर से 11 मई को जन संघर्ष यात्रा पर निकलूंगा-सचिन पायलट

सचिन ने बताया कि मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। 5 दिन की यात्रा में जनता के बीच जाऊंगा, उनके बीच अपनी बात रखूंगा। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा। उन्होंने ये भी कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष की बात नहीं मानना गलत है। पिछले साल 25 अगस्त विधायक दल की बैठक के बीच गहलोत खेमे के विधायकों के मीटिंग में नहीं आने पर भी पायलट ने सवाल उठाए। उन्हें इसे अनुशासनहीनता करार दी। साथ ही इस मामले में कार्रवाई नहीं किए जाने पर भी सवाल खड़े किए।

सचिन पायलट ने अपने डिप्टी सीएम रहने के दौरान का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जब 2020 में मैं डिप्टी सीएम था, उस समय राजद्रोह के आरोप में मुझपर कार्रवाई करने की कोशिश की गई थी। एक खेमा नेतृत्व परिवर्तन चाहता था, ऐसे में हम दिल्ली गए AICC के सामने अपनी बात रखी। इसी के बाद एक कमेटी का गठन किया गया। कमेटी ने सबकी बातों सुना और इसी के आधार पर रोड मैप तैयार किया गया।इस दौरान अनुशासनहीनता का काम किसी ने नहीं किया। लेकिन मुझ पर लगातार आरोप लगाए जाते रहे। इससे मैं ना उम्मीद हो चुका हूं। आखिरकार यात्रा के जरिए संघर्ष का फैसला लिया है।

About Post Author