उत्तराखंड- उत्तराखंड में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले मुख्य विपक्षी दल यानि की कांग्रेस ने सरकार की घेराबंदी तेज कर दी है। इसी के तहत कांग्रेस ने पहले अंकिता भंडारी समेत विभिन्न मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री का घेराव किया। इस प्रदर्शन में महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने अपना सिर मुंडवाया। वहीं भाजपा ने महिला अध्यक्ष के सिर मुंडवाने को मातृ शक्ति का अपमान बताया है। महिला कांग्रेस के मुख्यमंत्री आवास घेराव के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के नेतृत्व में शनिवार को भी सीएम आवास का घेराव किया जाएगा। हरीश रावत का कहना है कि सरकार ने आपदा प्रभावित किसानों को जो मुआवजा राशि दी है वो बेहद कम है।इसी मुआवजा राशि को बढ़ाने की मांग को लेकर सीएम आवास का घेराव किया जाएगा हांलाकि भाजपा ने हरीश रावत के इस घेराव के पीछे मीडिया में बने रहने की वजह बताया है। सवाल ये है कि क्या लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अब सरकार की घेराबंदी तेज करने वाली है?
आपको बता दें कि बीते गुरूवार को भी महिला कांग्रेस ने भी मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया था। कांग्रेस का आरोप है कि अंकिता भंडारी की हत्या को एक साल हो गया है लेकिन अंकिता को अब तक न्याय नहीं मिला है। वहीं सीएम आवास कूच के दौरान अंकिता हत्याकांड की सीबीआई जांच के लिए महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री ने अपना सिर मुंडवाया। प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला का कहना है कि भाजपा अंकिता के हत्यारों को बचा रही है। वीआईपी के नाम का खुलासा अबतक नहीं हुआ है। इसके साथ ही कांग्रेस ने अंकिता भण्डारी हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराए जाने की भी मांग की है वहीं भाजपा ने महिला अध्यक्ष के सिर मुंडवाने को मातृ शक्ति का अपमान बताया है।
कुल मिलाकर तीन दशक के बाद एक तरफ जहां सरकार महिला आरक्षण बिल को महिला सश्क्तिकरण की दिशा में बेहद महत्वपूर्ण बता रही है तो दूसरी ओर कांग्रेस की महिला नेताओं को अपना सिर मुंडवाना पड़ रहा हे जो कि बेहद चिंताजनक है। सवाल ये है कि क्या महिला कांग्रेस के पास विरोध का कोई और रास्ता नहीं था? क्या कांग्रेस का एक के बाद एक सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करना चुनाव की तैयारी है?