रिपोर्ट: अरहम अली
मुरादाबाद:राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारतीय नव वर्ष को अपने प्रमुख उत्सव के रूप में मनाता है। इस वर्ष भारतीय नव वर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा 22 मार्च से प्रारंभ हुआ लेकिन रविवार के कारण कुछ नगरों ने आज पथ संचलन के कार्यक्रम किए।
इस अवसर पर पूर्ण गणवेश में संघ के स्वयंसेवकों ने 24 स्थानों पर पथ संचलन निकाला। संचलन में पुष्प वर्षा कर समाज ने अभूतपूर्व स्वागत किया। इस अवसर पर वक्ताओं ने भारतीय कालगणना का महत्व बताते हुए कहा कि पूरे विश्व में जितने भी कैलेंडर हैं केवल भारतीय कैलेंडर ही प्रमाणिक और वैज्ञानिक है। केवल भारतीय पंचांग के द्वारा ही बता सकता कि किस दिन चंद्र ग्रहण या किस दिन सूर्य ग्रहण होगा।
भारतीय संस्कृति को नष्ट करने हेतु अंग्रेजों की सरकार में एक योजना के तहत लॉर्ड मैकाले ने अट्ठारह सौ पचास में एक सर्वे कराया जिसमें उत्तर भारत में 97% साक्षरता एवं दक्षिण भारत में 100% साक्षरता की रिपोर्ट आई। लार्ड मैकाले ने भारतीय शिक्षा पद्धति का अध्ययन किया तो पता लगा कि भारत में 732000 गुरुकुल हैं जिनमें 18 विषयों की वर्तमान हायर एजुकेशन की शिक्षा दी जाती है। उस समय देश के अंदर 750000 गांव के यानी लगभग एक गांव मैं एक गुरुकुल का औसत था। लार्ड मैकाले ने इन सभी गुरुकुलों को अवैध घोषित कर दिया और 1858 में इंडियन एजुकेशन एक्ट लागू कर उनको बंद करवा दिया। और अंग्रेजी शिक्षा को कानूनी घोषित किया गया। बताने का आशय यह है कि किस प्रकार एक योजना के तहत हमारी संस्कृति को नष्ट कर दिया गया और भारतीय शिक्षा नीति को समाप्त कर दिया गया। यह अवसर है कि हम अपनी संस्कृति पर गर्व करें और इसको हर घर-घर में पहुंचाएं आज का दिन सृष्टि की रचना का प्रथम दिन माना जाता है इसके अतिरिक्त चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से अन्य प्रसंग भी जुड़े हैं
आज ही के दिन भगवान श्री राम का राज्याभिषेक हुआ, आज ही के दिन धर्मराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक हुआ, संत झूलेलाल जी की जयंती, विक्रम संवत का शुभारंभ, सिख परंपरा के द्वितीय गुरु अंगद देव का प्रकट उत्सव, आर्य समाज की स्थापना, संघ संस्थापक डॉ हेडगेवार जी का जन्मदिन सहित अनेक ऐसे प्रसंग है आज का यह उत्सव पूरे देश में अलग-अलग क्षेत्र में अलग-अलग प्रकार से मनाया जाता है। बसंत का सुंदर मौसम इस समय नव वर्ष के स्वागत में प्रकृति अपना सौंदर्य प्रदर्शित करती है खेत हरे-भरे पुष्पित-पल्लवित होते हैं। इस अवसर पर युवाओं का आह्वान कि वह अपनी संस्कृति पर गर्व करें और प्रत्येक घर में अपनी संस्कृति को पहुंचाने में अपनी भूमिका निभाएं।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से प्रांत व्यवस्था प्रमुख अजय गोयल सुगंध, विभाग प्रचारक वतन कुमार, विभाग संघचालक ओम प्रकाश शास्त्री, विभाग प्रचार प्रमुख पवन कुमार जैन, महानगर संघचालक डॉ विनीत गुप्ता, महानगर कार्यवाह सुरेंद्रपाल सिंह, महानगर प्रचारक विवेक कुमार, संदीप सिंघल, कमलकांत राय, देवेश सिंह, विपिन चौधरी, अनिल कुमार, विकास गोयल, दिनेश गुप्ता, डॉ महेन्द्र, शरद जैन, मयंक जी, सुभाष कत्याल, राहुल जैन, गोपाल टंडन, उम्मेद राजपुरोहित, अमन जैन, विवेक गुप्ता, अर्जुन अग्रवाल, सौरभ गर्ग, नमन जैन, बाल स्वयंसेवक इवान जैन आदि हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।