रिपोर्ट – एकरार खान
गाजीपुर – आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत गाजीपुर के धामूपुर गांव पहुंचे। जहां उन्होने एक कार्यक्रम के तहत परमवीर चक्र विजेता अब्दुल हमीद पर लिखी पुस्तक का विमोचन किया। मोहन भागवत ने वीर अब्दुल हमीद की जयंती के अवसर पर डा.राम चंद्रन श्रीनिवास द्वारा लिखी गयी किताब “मेरे पापा परमवीर” का लोकार्पण किया।
शहीद वास्तव में अमर हो जाते हैं – मोहन भागवत( RSS प्रमुख )
आपको बता दें कि धामूपुर गांव मे वीर अब्दुल हमीद की जयंती पर शहीद अब्दुल हमीद पार्क में पुस्तक के लोकार्पण समारोह का आयोजन किया गया। पुस्तक के विमोचन के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुये आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि शहीद वास्तव में अमर हो जाते हैं। उनका परिवार अपने आप में एक महान कृति है। संघ प्रमुख भागवत ने कहा कि हमारे देश की परम्परा है कि जीवन जीना उपभोग के लिये नहीं है। जीवन जी कर उसके अनुभव को प्राप्त कर इस सृष्टि को बनाने वाले भगवान से मिलना है।
दूसरों की चिंता करने वाला मनुष्य ही बड़ा कहलाता है
मोहन भागवत ने कहा कि वीर अब्दुल हमीद ने कच्छ के रण में जो पराक्रम किया, उसके कारण वो इस उत्तम गति के अधिकारी हो गये। मोहन भागवत ने कहा कि शहीदों की स्मृति को सतत जाग्रत रखते हुये हमें स्वार्थ छोड़ कर अपनी जागरुकता को राष्ट्र के निर्माण में लगाना होगा। उन्होंने कहा कि मनुष्य का विकास पशुओं के विकास जैसा सिर्फ अपनी चिंता करना नहीं है। मनुष्य का विकास तभी है जब वो दूसरों की चिंता करता है। दूसरों की चिंता करने वाला मनुष्य ही बड़ा कहलाता है। कार्यक्रम के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत गाजीपुर के हथियाराम मठ पहुंचे। जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने हथियाराम मठ मे दर्शन पूजन किया और मठ के महंत भवानी नंदन यति से भेंट की।