सावन की शिवरात्रि पर बदायूं में रूट डायवर्जन और स्कूलों में अवकाश, मंदिरों में तैयारियां पूरी

KNEWS DESK- सावन की शिवरात्रि के पावन अवसर पर बदायूं जिले में धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ सुरक्षा और यातायात व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने विशेष तैयारियां की हैं। जिलाधिकारी अवनीश राय के निर्देशानुसार जिले के सभी कक्षा 12 तक के विद्यालयों में बुधवार, 23 जुलाई को छात्र-छात्राओं के लिए एक दिन का अवकाश घोषित किया गया है। यह आदेश परिषदीय, सहायता प्राप्त, मान्यता प्राप्त और सभी बोर्ड के स्कूलों पर लागू होगा।

जिला विद्यालय निरीक्षक लालजी यादव ने बताया कि कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं को अवकाश रहेगा, लेकिन शिक्षक और अन्य स्टाफ को विद्यालय में उपस्थित रहना होगा। सभी स्कूलों को आदेशों का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।

सावन के दूसरे सोमवार के बाद आने वाली शिवरात्रि के मद्देनज़र शहर में भारी भीड़ और कांवड़ यात्रा को देखते हुए रूट डायवर्जन योजना लागू की गई है। बुधवार रात 8 बजे तक यह व्यवस्था प्रभावी रहेगी। फर्रुखाबाद, दातागंज होते हुए शाहजहांपुर, उसावां और अलापुर की ओर जाने वाले भारी वाहनों को पटेल चौक से ही रोका जाएगा।

डायवर्जन योजना इस प्रकार रहेगी

  • शाहजहांपुर से अलीगढ़: बिसौली-सहसवान होते हुए नरौरा मार्ग से जाएंगे।
  • बरेली से कासगंज: बिसौली-सहसवान होकर अलीगढ़ के रास्ते।
  • मुरादाबाद से कासगंज: बिसौली-सहसवान बायां अलीगढ़ होकर जाएंगे।
  • मुरादाबाद से शाहजहांपुर: बिसौली होते हुए म्याऊं-उसावां मार्ग से।
  • कासगंज से शाहजहांपुर: दातागंज से होते हुए उसावां मार्ग।
  • बरेली जाने वाले वाहन: नवादा चौकी से कुंवरगांव होकर।
  • बदायूं से शाहजहांपुर: दातागंज तिराहा से जलालाबाद मार्ग।
  • बदायूं शहर से निकलने वाले वाहन: जालंधरी सराय रोड से शेखूपुर-कादरचौक होकर।

शिवरात्रि को लेकर जिले भर के प्रमुख मंदिरों में तैयारियां अंतिम चरण में हैं। बिरुआबाड़ी, लाला हरप्रसाद मंदिर, गौरी शंकर मंदिर, नगला मंदिर, रघुनाथ मंदिर सहित सभी शिवालयों में रंगाई-पुताई, सफाई और सुरक्षा व्यवस्था पूरी कर ली गई है। मंदिरों के पट सुबह 4 बजे ही खोल दिए जाएंगे।

विशेष रूप से सरह बरौलिया गांव में विशाल मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होंगे। यहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पुलिसकर्मियों की तैनाती और बैरिकेडिंग की गई है। मंदिर समितियों के सदस्य श्रद्धालुओं की सेवा में लगे रहेंगे। कांवड़ियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सभी इंतजामों को दुरुस्त रखने की बात कही है।