KNEWS DESK- राजस्थान विधान सभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा है कि एक तस्वीर हजार शब्दों के बराबर होती है। खास नजरिए से कहानियों को कैमरे में कैद किया जाता है। तस्वीर में बंद इन कहानियों को समझने के लिए चाहिए होती है पारखी नज़र| जवाहर कला केन्द्र और राजस्थान फोटो फेस्टिवल की सहभागिता में आयोजित तीसरी इंटरनेशनल नज़र फोटो एग्जीबिशन ने कला प्रेमियों को फोटोग्राफी की दुनिया से रूबरू करवाते हुए विशिष्ट नज़रिया दिया है। आज एग्जीबिशन की शुरुआत हुई। राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष ने एग्जीबिशन का उद्घाटन किया। पहले दिन बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने प्रदर्शनी में हिस्सा लिया|
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि यह फोटो प्रदर्शनी वास्तव में ऐतिहासिक है। एक साथ 650 फोटो का ऐतिहासिक और अदभुत कलेक्शन किया गया है। इस फोटो प्रदर्शनी में प्रदेश ही नहीं देश-विदेश के अलग-अलग क्षेत्र के इतिहास, जीवन शैली और प्राकृतिक सौंदर्य को दर्शाया गया है। फोटो प्रदर्शनी के लिए उन्होंने आयोजकों को बधाई दी है। फोटोग्राफी के महाकुंभ में 300 से अधिक फोटोग्राफर्स की 600 से अधिक तस्वीरें डिस्प्ले की गयी हैं|
इसमें राजस्थान से बीकानेर, अलवर, जोधपुर, अजमेर, सीकर, उदयपुर, और लखनऊ, सतना, इंदौर, हिमाचल, मुंबई, पंजाब, दिल्ली,झारखंड, उड़ीसा से ओर इंटरनेशनल एंट्री से इंग्लैंड, स्पेन, यूनाइटेड किंगडम, आसट्रिया,दुबई,सिंगापुर, पेरिस,न्यूयॉर्क, साउथ अफ्रीका से भी फोटोग्राफर भाग ले रहे हैं। प्रोफेशनल फोटोग्राफर्स के साथ-साथ ब्यूरोक्रेट्स की खींची गयी तस्वीरें भी यहां लगाई गई हैं। इतिहास की झांकी दिखाने वाले 1890 के दौरे के हैरिटेज कैमरे भी यहां प्रदर्शित किए गए हैं जिन्हें देखकर सभी रोमांचित हो उठे। इस मौके पर सांसद मंजू शर्मा भी मौजूद थीं|
एग्जीबिशन की संरक्षक रेणुका कुमावत ने बताया- इसमें भारत की संस्कृति के साथ खूबसूरत तस्वीरें देखने को मिलेगी, यह ऐसा मंच है, जहां सभी फोटोग्राफर्स व फोटोजर्नलिस्ट को एक साथ लाया गया है, जिसमें इनकी ओर से खींची गई तस्वीरों को लोग देख सकेंगे|