KNEWS DESK, राजस्थान के प्रतिष्ठित मेवाड़ राजघराने के सदस्य और महाराणा प्रताप के वंशज महेंद्र सिंह मेवाड़ का 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे महेंद्र सिंह मेवाड़ को 10 नवंबर, 2024 को उदयपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका निधन हो गया। उनकी मौत की खबर से मेवाड़ क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई और हज़ारों लोग उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए उमड़ पड़े।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दी श्रद्धांजलि
आपको बता दें कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनकी सामाजिक और राजनीतिक सेवा को याद किया। मुख्यमंत्री शर्मा उदयपुर स्थित महेंद्र सिंह मेवाड़ के निवास पर पहुंचे और उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। भजनलाल शर्मा ने सोशल मीडिया पर भी महेंद्र सिंह मेवाड़ के योगदान का जिक्र किया और लिखा, “चित्तौड़गढ़ के पूर्व सांसद और मेवाड़ राजघराने के सदस्य महेंद्र सिंह मेवाड़ के देवलोकगमन के बाद उदयपुर उनके निज निवास पर पहुंचकर उनके सामाजिक और राजनीतिक जीवन में अमूल्य योगदान को याद किया।”
भाजपा नेताओं ने भी दी श्रद्धांजलि
महेंद्र सिंह मेवाड़ का योगदान न केवल मेवाड़ राजघराने के लिए, बल्कि राज्य के सामाजिक और राजनीतिक जीवन में भी महत्वपूर्ण रहा। उनके निधन पर विभिन्न राजनीतिक और समाजिक दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। राजस्थान बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ सहित कई भाजपा नेताओं ने महेंद्र सिंह मेवाड़ के निवास पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने समोर बाग स्थित महेंद्र सिंह मेवाड़ के घर जाकर उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
10 दिन पहले बिगड़ी थी तबियत
मेवाड़ राजघराने से जुड़े सूत्रों के अनुसार, महेंद्र सिंह मेवाड़ को 10 दिन पहले उनकी बिगड़ी हुई तबियत के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। चिकित्सकों के अनुसार, उनकी तबियत लगातार बिगड़ रही थी, और रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है।
लोगों ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके घर के बाहर और उदयपुर शहर में उनके समर्थकों और स्थानीय निवासियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। पुरानी शहर की सड़कों पर खड़े होकर सैकड़ों लोग उनके योगदान और व्यक्तित्व को याद कर रहे थे। महेंद्र सिंह मेवाड़ की सेवा, नेतृत्व और सामाजिक कार्यों के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
राजनीतिक यात्रा और योगदान
महेंद्र सिंह मेवाड़ 1989 में भाजपा के टिकट पर चित्तौड़गढ़ लोकसभा सीट से सांसद चुने गए थे। हालांकि, 1991 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस का दामन थाम लिया, लेकिन उस चुनाव में उन्हें भाजपा के जसवंत सिंह से हार का सामना करना पड़ा। महेंद्र सिंह मेवाड़ ने अपने जीवन में शिक्षा, समाज सेवा और राजनीति के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। वे एक शिक्षाविद और खिलाड़ी भी रहे, जिन्होंने उदयपुर और मेवाड़ क्षेत्र में कई सामाजिक और शैक्षिक पहल की शुरुआत की।