KNEWS DESK- राजस्थान राजभवन में हिमाचल राज्य का स्थापना दिवस सोमवार यानि आज समारोहपूर्वक मनाया गया| इस मौके पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने हिमाचल राज्य के स्थानीय लोगों से संवाद कर उन्हें राज्य के स्थापना दिवस पर बधाई दी|
इस दौरान राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल भारत की वैदिक संस्कृति का संवाहक प्रदेश है| उन्होंने हिमाचल से जुड़े हिमालय पर्वत और वहां तप करने वाले ऋषि-मुनियों की परम्परा का उल्लेख करते हुए कहा कि यह पावन और पवित्र भूमि है| उन्होंने हिमाचल के बर्फीले पहाड़, नदियों, झरनों और हरीतिमा से आच्छादित प्राकृतिक वातावरण की चर्चा करते हुए कहा कि तीर्थाटन से पर्यटन की भारतीय संस्कृति मूलतः हिमाचल से ही आगे बढ़ी है|
उन्होंने कहा कि राज्यों के स्थापना दिवस मनाने का उद्देश्य यही है कि ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भारतीय संस्कृति को हम एक स्थान पर साकार रूप में अनुभव कर सकें| उन्होंने राष्ट्रीय एकता और एकात्मकता को सशक्त करने के लिए भी कार्य करने का अनुरोध किया|
राज्यपाल ने कहा कि संविधान की उद्देशिका ‘हम भारत के लोगों’ से प्रारंभ होती है| यह सामाजिक एकता के हमारे सामूहिक भाव की सूचक है| विभिन्न क्षेत्रों की एकता और समन्वय से ही भारत सशक्त होगा| इसलिए ही राज्यों के स्थापना दिवस मनाने की पहल राजभवन में की गई है, जिसके लिए हिमाचल के स्थानीय लोगों ने राज्यपाल का का आभार जताया| इस मौके पर राज्यपाल के सचिव गौरव गोयल और प्रमुख विशेषाधिकारी गोविंद राम जायसवाल भी मौजूद रहे|