KNEWSDESK – मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते मंगलवार को मंदोर में चुनाव प्रचार किया। इस दौरान उन्होंने लोगों को सम्बोधित किया। वहीं उम्मीदवारों को निर्वाचन क्षेत्र में जाने के संकेत दिए इसके बाद उन्होंने 2020 में हुए बगावत को याद किया। सीएम गहलोत ने सरकार गिराने की कोशिश के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने इस बार मेरी सरकार गिराने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। आपको बता दें कि मंदोर में माली समुदाय बहुसंख्यक के रूप में है। यहां वे अभिनंदन कार्यक्रम में भी शामिल हुए। इसके बाद 386 मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बगावत पर बात करते हुए कहा कि यह केवल इन तीनों कार्यकाल को पूरा करने के बारे में नहीं है। उन्होंने इस बार मेरी सरकार गिराने की कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। उन्होंने सोचा था कि वे लोग यहां भी सफल हो जाएंगे लेकिन उन्हें नहीं पता था कि उनका पाला किससे पड़ा है और अशोक गहलोत ने उम्मीदवारों को निर्वाचन क्षेत्र में जाने के संकेत देते हुए कहा कि यह उनका कर्तव्य है कि वह टिकट मिलने के तुरंत बाद अपने निर्वाचन क्षेत्र में आएं और उन्हें अपना आभार जताएं। आपने हमेशा ही मुझे आशीर्वाद दिया है, इसलिए पहले आपके पास आना मेरा कर्तव्य था।
2020 की बगावत
आपको बता दें कि जुलाई 2020 में 18 विधायकों ने बगावत की थी । ये बगावत महीने भर चली थी। इसके बाद पार्टी के आलाकमान ने हस्तक्षेप करके सरकार को गिरने से बचाया, वहीं सचिन पायलट के खिलाफ एक्शन लिया। उन्हें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया गया। तब से ही दोनों नेताओं को खुलकर एक- दूसरे का विरोध करते हुए देखा जाता है।
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