KNEWS DESK- राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक और ट्विस्ट सामने आया है। इस मामले में तीसरे आरोपी शिलोम जेम्स को शिलांग कोर्ट ने जमानत दे दी है। शिलोम, जो पेशे से प्रॉपर्टी ब्रोकर है, पर सबूतों से छेड़छाड़ और हत्या के बाद मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी की मदद करने का आरोप था। इस जमानत के साथ ही अब तक इस मामले में तीन आरोपियों को रिहा किया जा चुका है, जिससे मृतक के परिवार में गहरा आक्रोश और निराशा है।
इससे पहले, फ्लैट मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर और सिक्योरिटी गार्ड बलवीर अहिरवार उर्फ बल्ला को भी कोर्ट ने जमानत दी थी। लोकेंद्र के फ्लैट को सोनम ने हत्या के बाद छिपने के लिए इस्तेमाल किया था, जबकि बलवीर उसी फ्लैट का सिक्योरिटी गार्ड था। शिलोम जेम्स पर आरोप था कि उसने सोनम को इंदौर में फ्लैट किराए पर दिलवाया और हत्या के बाद सबूत मिटाने में मदद की। पुलिस ने शिलोम के पास से एक पिस्तौल और 50,000 रुपये नकद बरामद किए थे, जो कथित तौर पर सोनम के बैग से नाले में फेंके गए थे।
राजा रघुवंशी के भाई विपिन रघुवंशी ने इस फैसले पर कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि शिलांग पुलिस की कमजोर जांच के कारण एक-एक कर सभी आरोपी जमानत हासिल कर रहे हैं। विपिन ने सवाल उठाया, “जब हमें राजा का डेथ सर्टिफिकेट तक नहीं मिला है, तो इन तीनों आरोपियों को जमानत कैसे मिल गई? यह न्याय व्यवस्था पर सवाल उठाता है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मुख्य आरोपी सोनम और उसके भाई गोविंद इस साजिश के पीछे हैं, और गोविंद जेल से ही सोनम के साथ मिलकर आरोपियों को जमानत दिलाने में मदद कर रहा है।विपिन ने भावुक होते हुए कहा, “अगर सोनम और बाकी मुख्य आरोपियों को भी जमानत मिल गई, तो हमारा पूरा परिवार आत्महत्या कर लेगा। हमारी लड़ाई सिर्फ राजा के लिए नहीं, बल्कि न्याय के लिए है।”
राजा रघुवंशी हत्याकांड ने शिलांग और इंदौर में खासी सुर्खियां बटोरी थीं। इस मामले में मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी पर अपने पति राजा की हत्या का आरोप है। हत्या के बाद सोनम ने कथित तौर पर इंदौर में लोकेंद्र सिंह तोमर के फ्लैट में शरण ली थी, जिसे शिलोम जेम्स ने किराए पर दिलवाया था। बलवीर अहिरवार उसी फ्लैट का सिक्योरिटी गार्ड था और उसे भी इस मामले में सह-आरोपी बनाया गया था।
विपिन रघुवंशी और उनका परिवार अब इस मामले को हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में ले जाने की तैयारी कर रहा है। उनका कहना है कि जब तक सभी दोषियों को सजा नहीं मिलती, तब तक राजा की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी। विपिन ने कहा, “हमारी लड़ाई अब सिर्फ राजा के लिए नहीं, बल्कि उन सभी परिवारों के लिए है जो ऐसी त्रासदी झेल रहे हैं।”इस मामले में कोर्ट के अगले कदम और पुलिस की जांच पर सभी की नजरें टिकी हैं। क्या यह मामला न्याय की मिसाल बनेगा, या फिर यह एक और अनसुलझी गुत्थी बनकर रह जाएगा? यह सवाल हर किसी के मन में है।