उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी होने के बाद अब उत्तराखंड में भी इसकी मांग तेज हो गई है…राज्य में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने इस मांग को जोर शोर से उठाना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार से जाति आधारित जनगणना जल्द कराए जाने की मांग की है… हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जो जनगणना 2021 में हो जानी चाहिए थी, उसे सरकार बार बार टाल रही है। उनकी मांग है की जाति आधारित जनगणना शीघ्र कराई जानी चाहिए। वहीं हरीश रावत ने दावा किया है कि यदि सत्ता में उनकी सरकार आती है तो 2024 में यह उनकी प्राथमिकताओं में रहेगा। उन्होंने कहा कि यह इसलिए जरूरी है जिससे मालूम पड़े कि उन जातियों के लिए क्या किया जाना बाकी है। इतना ही नहीं हरीश रावत ने आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार संवैधानिक आरक्षण को समाप्त करने का षड्यंत्र कर रही है। सरकारी पद नहीं भरे जा रहे हैं। चतुर्थ श्रेणी के पदों को खत्म कर दिया गया है। रेल, टेलीकॉम, हवाई, रक्षा आदि क्षेत्रों को पूंजीपतियों को बेचा जा रहा है। जब यह संस्थाएं नहीं रहेगी तब पद भी नहीं होंगे और आरक्षण अपने आप ही समाप्त हो जाएगा। वहीं हरीश रावत के इस बयान ने राज्य की राजनीति को गरमा दिया है। सत्ताधारी दल बीजेपी ने कांग्रेस पर देश को जाति के आधार पर बांटने का आरोप लगाया है….बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस चुनाव में इसका लाभ लेने के लिए जाति आधारित गणना की मांग कर रही है। सवाल ये है कि क्या कांग्रेस जाति आधारित गणना से बड़े ओबीसी वोट बैंक को साधने की कोशिश कर रही है
देश में लोकसभा चुनाव से पहले जातिगत जनगणना पर सियासी बवाल मच गया है। दअरसल बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी होने के बाद अब उत्तराखंड में भी इसकी मांग तेज हो गई है…राज्य में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने इस मांग को जोर शोर से उठाना शुरू कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सरकार से जाति आधारित जनगणना जल्द कराए जाने की मांग की है…वहीं जातिगत जनगणना पर राज्य की जनता की मिली जुली राय देखने को मिल रही है
वहीं हरीश रावत ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जो जनगणना 2021 में हो जानी चाहिए थी, उसे सरकार बार बार टाल रही है। उनकी मांग है की जाति आधारित जनगणना शीघ्र कराई जानी चाहिए। वहीं हरीश रावत ने दावा किया है कि यदि सत्ता में उनकी सरकार आती है तो 2024 में यह उनकी प्राथमिकताओं में रहेगा। उन्होंने कहा कि यह इसलिए जरूरी है जिससे मालूम पड़े कि उन जातियों के लिए क्या किया जाना बाकी है। वहीं बीजेपी ने कांग्रेस पर देश को जाति के आधार पर बांटने का आरोप लगाया है….बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस चुनाव में इसका लाभ लेने के लिए जाति आधारित गणना की मांग कर रही है।
कुल मिलाकर बिहार में जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी होने के बाद अब उत्तराखंड में भी इसकी मांग तेज हो गई है…राज्य में अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने इस मांग को जोर शोर से उठाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने तो दावा भी कर दिया है कि सत्ता में आने पर कांग्रेस सबसे पहले जातिगत जनगणना कराएगी देखना होगा क्या देश में जातिगत जनगणना हो पाएगी या नहीं