बिहार में बजट को लेकर सियासी घमासान, JDU- RJD में तीखी बहस

KNEWS DESK, बिहार में पेश किए गए केंद्रीय बजट को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। जहां जेडीयू केंद्र सरकार की तारीफ कर रहा है, वहीं आरजेडी इसे बिहार के लिए नाइंसाफी बता रहा है। चुनावी साल में बजट को लेकर दोनों दलों के बीच बयानबाजी जारी है।

मनोज कुमार झा ने बिहार के लिए बजट को नाइंसाफी बताया

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सांसद मनोज कुमार झा ने एएनआई से बातचीत के दौरान बजट पर केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार के साथ नाइंसाफी की गई है। उन्होंने कहा कि बिहार में मखाना अनुसंधान संस्था पहले से ही मौजूद थी, लेकिन अब इसे बोर्ड में बदलने का क्या औचित्य है? साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी का संकट गहरा रहा है, लेकिन बजट में इस पर कोई ठोस कदम नहीं दिखाए गए हैं। झा ने बजट को प्रतिगामी बताते हुए कहा कि बिहार को इसका उचित लाभ नहीं मिला।

‘विकास का अर्थ तेजस्वी यादव को समझ नहीं आता’

बजट को लेकर तेजस्वी यादव के बयान पर केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि विकास की असली परिभाषा तेजस्वी यादव को समझ में नहीं आती। ललन सिंह ने याद दिलाया कि जब उनके पिता लालू यादव मुख्यमंत्री थे, तो उन्होंने गरीबों से बाढ़ के समय मछली खाकर गुजर करने की बात कही थी। उन्होंने यह भी कहा कि जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने, तो बाढ़ के दौरान गरीबों को अनाज देकर उनकी मदद की, जो असली विकास का प्रतीक था। ललन सिंह ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव और उनके दल को विकास के असली अर्थ का कोई ज्ञान नहीं है, और उन्हें बजट सिर्फ जुमलेबाजी ही नजर आता है।

राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी

बिहार में बजट को लेकर जेडीयू और आरजेडी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जहां जेडीयू केंद्र सरकार के कदमों को सकारात्मक बता रहा है, वहीं आरजेडी इसे बिहार के लिए अनुचित और नाइंसाफी मान रहा है। अब देखना यह होगा कि यह सियासी घमासान आगे किस दिशा में बढ़ता है।

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