KNEWS DESK- पिछले दिनों वाराणसी से इंटरव्यू देकर लखनऊ स्थित अपने भाई के घर जा रही महिला का ऑटो ड्राइवर दिनेश और अजय ने अगवा कर रेप करने की कोशिश की। रेप में असफल होने पर उन्होंने महिला की गला घोंटकर हत्या कर दी। लखनऊ के मलिहाबाद में हुए इस हत्याकांड ने महिला सुरक्षा के दावों की पोल खोल कर रख दी। लखनऊ पुलिस की किरकिरी और हत्याकांड जीरो टालरेंस नीति के विपरीत जाता देख लखनऊ पुलिस ने 24 घंटे के भीतर बड़ी कार्रवाई करते हुए हत्याकांड में शामिल ऑटो ड्राइवर दिनेश को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त ऑटो बरामद कर लिया पर शातिर अजय फरार होने में कामयाब रहा।
लखनऊ पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए हत्यारोपित अजय पर एक लाख का बड़ा इनाम घोषित करते हुए उसकी तलाश जारी कर दी। इनाम घोषित करने के 24 घंटे के भीतर ही पुलिस को बड़ी सफलता तब मिली, जब मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने अजय की धरपकड़ के लिए चेकिंग अभियान चलाया।

देर रात पुलिस भागने की फिराक में अजय पुलिस के जाल में फंस गया। मोटर साइकिल से सवार अजय पुलिस की चेकिंग को देखते ही पुलिस पर फायरिंग करने लगा, जिसके जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की जिसमें अजय को गोली लग गई और अस्पताल जाते समय उसकी मौत हो गई। पुलिस ने अजय की मोटरसाइकिल, तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद करते हुए इस हत्याकांड से सफलतापूर्वक पर्दा उठाया।

क्या था मामला
महिला 18 मार्च को देर रात करीब डेढ़ बजे वाराणसी से लखनऊ पहुंची थी। इसके बाद उसने आलमबाग से अपने भाई को फोन कर बताया कि वह चिनहट इलाके में उसके घर पहुंच जाएगी। वह दोनों आरोपियों के साथ तिपहिया वाहन में थी। जब महिला काफी देर तक घर नहीं पहुंची तो उसके भाई ने उससे संपर्क करने कोशिश की लेकिन उसका फोन बंद आया, जिसके बाद उसने पुलिस को घटना की सूचना दी। पुलिस ने बताया कि महिला को लखनऊ के रास्तों के बारे में जानकारी नहीं थी और दोनों उसे गलत दिशा में मलीहाबाद ले गए, जहां उन्होंने आम के बगीचे में उससे दुष्कर्म करने की कोशिश की और जब महिला ने विरोध किया तो दोनों आरोपियों ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को बगीचे में छोड़कर भाग गए।

पुराने अपराधी है दोनों भाई
पुलिस के मुताबिक, मुख्य आरोपी की पहचान दुबग्गा के हिस्ट्रीशीटर अजय कुमार द्विवेदी के तौर पर हुई। अजय और दिनेश दोनों भाई है। दोनों का पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है। अजय पर 23 और दिनेश पर 9 मुकदमे दर्ज हैं। जानकारी के मुताबिक अजय द्विवेदी पहले भी बलात्कार के आरोप में जेल जा चुका था। वहीं पुलिस ने इसके भाई दिनेश को मलिहाबाद कस्बे के संन्यासी बाग से गिरफ्तार किया था।