KNEWS DESK- उत्तराखंड के पौड़ी और धराली क्षेत्रों में हाल ही में आई आपदा के बाद राज्य सरकार ने त्वरित कार्रवाई और विस्तृत जांच की दिशा में अहम कदम उठाए हैं। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने शुक्रवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि दोनों क्षेत्रों में आपदा के कारणों का वैज्ञानिक अध्ययन कराया जाए और राहत कार्यों में और अधिक गति और समन्वय लाया जाए।
मुख्य सचिव ने भूतत्व एवं खनिकर्म विभाग के निदेशक को निर्देशित किया है कि पौड़ी और धराली दोनों स्थानों पर तीन-तीन सदस्यीय भू-वैज्ञानिकों की टीमें भेजी जाएं। ये टीमें एक सप्ताह के भीतर अपनी अध्ययन रिपोर्ट शासन को सौंपेंगी, जिसमें आपदा के संभावित कारणों और भविष्य की रोकथाम के उपायों की जानकारी दी जाएगी।
आईजी एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी को रेस्क्यू एवं सर्च ऑपरेशन का नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्हें सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, वायुसेना, और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय बनाते हुए ग्राउंड जीरो पर तेजी से राहत कार्य पूर्ण करने का दायित्व सौंपा गया है।
मुख्य सचिव ने हर्षिल घाटी में राहत कार्यों को व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए इलाके को विभिन्न सेक्टरों में बांटने के भी निर्देश दिए हैं। प्रत्येक सेक्टर प्रभारी को समयबद्ध तरीके से अपने-अपने दायित्व निभाने के लिए कहा गया है।
मुख्य सचिव ने सड़क संपर्क बहाल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की बात कही है और बैली ब्रिज के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। इस पर लोनिवि सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडे ने जानकारी दी कि निर्माण कार्य तेज़ गति से चल रहा है, और बीआरओ को राज्य सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।
डॉ. पांडे ने विश्वास जताया कि जल्द ही बैली ब्रिज बनकर तैयार हो जाएगा, जिससे यातायात बहाल हो सकेगा और प्रभावित क्षेत्रों तक आवश्यक सामग्री पहुँचाना संभव होगा।
मुख्य सचिव ने कहा कि वायु सेवा के माध्यम से रेस्क्यू कार्य लगभग पूरा हो चुका है, और अब सरकार का पूरा ध्यान अवशेष क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं की बहाली पर है। उन्होंने बताया कि यूकाडा (UCADA) के हेलीकॉप्टरों ने सराहनीय कार्य किया है और बड़ी संख्या में लोगों को सुरक्षित निकाला है।
इसके अतिरिक्त, भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलीकॉप्टर न केवल लोगों को निकालने में बल्कि उपकरण और राहत सामग्री पहुंचाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
इस महत्वपूर्ण बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास विनोद कुमार सुमन, सचिव गृह शैलेश बगौली, प्रमुख सचिव डॉ. आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिव सचिन कुर्वे, एडीजी एपी अंशुमान समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। सचिव सुमन ने जानकारी दी कि भू-वैज्ञानिक टीमों की तैनाती के लिए पत्र जारी कर दिए गए हैं और कार्य में तेजी लाई जा रही है।