पटना पारस अस्पताल गोलीकांड: पश्चिम बंगाल से शेरू सिंह गैंग के शूटर गिरफ्तार, चंदन मिश्रा हत्याकांड में बड़ी कार्रवाई

KNEWS DESK- पटना के चर्चित पारस अस्पताल गोलीकांड मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। बक्सर के कुख्यात अपराधी चंदन मिश्रा की हत्या के मामले में पश्चिम बंगाल से गिरफ्तारियां हुई हैं। सूत्रों के अनुसार, पटना पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई की है। हालांकि पुलिस की ओर से अभी तक इस गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन बताया जा रहा है कि शेरू सिंह गिरोह से जुड़े शूटरों को अरेस्ट किया गया है।

जानकारी के मुताबिक, बिहार पुलिस ने पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जेल में बंद शेरू सिंह के नेटवर्क की जांच करते हुए वहां छापेमारी की और कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कुल कितने लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस का फोकस इस पूरे नेटवर्क को उजागर करने पर है, जिसमें हथियार सप्लायर, गाड़ी उपलब्ध कराने वाले और शूटर्स सभी शामिल हैं।

गौरतलब है कि 10 जुलाई को पटना के पारस अस्पताल में दिनदहाड़े चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पांच हथियारबंद शूटर अस्पताल के अंदर दाखिल हुए और कुछ ही मिनटों में चंदन मिश्रा को गोलियों से भून दिया। इस दुस्साहसिक वारदात के बाद पटना समेत पूरे बिहार में सनसनी फैल गई थी।

एडीजी (मुख्यालय) कुंदन कृष्णन ने शुक्रवार को इस केस में बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के पीछे शेरू सिंह का हाथ है। शेरू और चंदन पहले साथ में आपराधिक गतिविधियां करते थे, लेकिन एक हत्या के मामले में दोनों के बीच दुश्मनी हो गई। यह रंजिश अब चंदन की जान ले चुकी है।

कुंदन कृष्णन ने बताया कि चंदन-शेरू गैंग कभी बक्सर में 2011 के दौरान आतंक का पर्याय हुआ करता था। 2017 में कोर्ट ने राजेंद्र केशरी हत्याकांड में इन दोनों को सजा सुनाई थी। शेरू सिंह एक बार जेल से भाग भी चुका है, लेकिन फिर से पकड़ा गया था। वह आरा की तनिष्क ज्वेलरी लूट में भी शामिल रहा है।

ADG ने यह भी कहा कि चंदन की हत्या में शामिल पांच शूटर्स में से एक की पहचान हो चुकी है और उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। इसके अलावा हथियार उपलब्ध कराने वालों और वाहन सप्लाई करने वालों की भी पहचान की जा रही है। पुलिस की योजना है कि न केवल अपराधियों को पकड़ा जाए, बल्कि उनकी अवैध संपत्तियों को भी जब्त किया जाए।