रिपोर्ट – रीतेश चौहान
उत्तर प्रदेश – बदायूं का जिला अस्पताल फीडर लाइन में फॉल्ट के चलते मंगलवार रात अंधेरे में डूबा रहा | मरीजों को मोबाइल की रोशनी में इंजेक्शन लगाया गया | यहां पिछले तीन दिनों से बिजली व्यवस्था ध्वस्त है |
मोबाइल की रोशनी में लगाए गए मरीजों को इंजेक्शन
बता दें कि बदायूं का जिला अस्पताल फीडर लाइन में फॉल्ट के चलते मंगलवार रात अंधेरे में डूबा रहा, इस दौरान अस्पताल प्रशासन की और से यहां लगे जेनरेटर भी नहीं चलवाए गए। मरीजों को इंजेक्शन भी मोबाइल की रोशनी में लगाए गए| मामला डीएम मनोज कुमार तक पहुंचा तो उन्होंने सीएमएस डॉ. कप्तान सिंह यादव को फटकार लगाई| इसके बाद जनरेटर चलाया गया।
अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी सेवाएं चल रही ध्वस्त
जिला अस्पताल में तीन दिन से पॉवर कट की समस्या बनी हुई है| यहां आयी लाइनों में लोड बढ़ते ही फाल्ट हो रहा है। एक्स-रे से लेकर अल्ट्रासाउंड और पैथोलॉजी सेवाएं ध्वस्त चल रही हैं, जबकि जनरेटर महज रिकार्ड में चलता रहा और डीजल खपाया जाता रहा| इतना तक तो मरीजों समेत तीमारदारों ने किसी तरह झेल लिया, लेकिन रात के वक्त बिजली गुल होने के बाद पूरा अस्पताल अंधेरे में डूब गया| तीमारदार तो किसी तरह बाहर खुली हवा में सांस लेते रहे, लेकिन बेड पर लेते मरीज गर्मी में बेहाल हो गए तकरीबन दो घंटे तक यहां यही हालात बना रहा।
शासन के निर्देश हैं कि अस्पतालों में निर्बाध आपूर्ति दी जाए
इसके बाद डीएम तक मामला पहुंच गया, डीएम ने सीएमओ समेत सीएमएस को फोन करके अव्यवस्था के बारे में पूछने के साथ ही फटकारा तो चंद मिनट में जनरेटर चल गए| इत्तेफाक से बिजली सप्लाई भी जुड़ गई| डीएम ने बताया कि शासन के निर्देश हैं कि अस्पतालों में निर्बाध आपूर्ति दी जाए, जनरेटर नहीं चल रहे थे, इसको लेकर जिम्मेदारों को निर्देशित किया है |