विपक्ष के पास नहीं बचा काम ,संविधान बचाओ अभियान !

उत्तराखंड में पिछले कई चुनावों के नतीजों की बात करें खासकर विधानसभा चुनाव की तो कांग्रेस पार्टी सत्ता से बाहर रही है। कांग्रेस का मानना है. कि बीजेपी द्वारा विपक्षी दलों का दमन किया जा रहा है और संविधान को कुचलने का काम कर रही है। आज इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस पार्टी द्वारा संविधान बचाओ रैली के बैनर तले एक विशाल जनसभा का आयोजन किया गया जिसमें बीजेपी द्वारा की जा रही दमनकारी नीतियों को जनता तक पहुँचाने का काम किया जाएगा। वही बीजेपी ने कांग्रेसी रैली की टाइमिंग पर गंभीर सवाल करते हुए इसे सनातन विरोधी व फ्लॉप शो करार दिया है। कांग्रेस का आरोप है सत्ताधारी भाजपा आरएसएस के इशारे पर संवैधानिक संस्थाओं को नेस्तनाबूद करने पर तुली है. जांच एजेंसियों को सरकार अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए विपक्ष के खिलाफ इस्तेमाल कर विपक्ष की आवाज को खत्म करने की साजिश कर रही है इसलिए अब देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस की यह जिम्मेदारी है कि वो देश में लोकतंत्र व संविधान की रक्षा के लिए आगे आए वही बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा विरोधी लाख कोशिश कर ले लेकिन उत्तराखंड का स्वर्णिम युग प्रारंभ हो गया है।

उत्तराखंड कांग्रेस ने देहरादून स्थित रेंजर्स ग्राउंड में संविधान बचाओ रैली का आयोजन कर 2027 का बिगुल फूंक दिया। इस रैली में पूर्व केंद्रीय मंत्री सचिन पायलट, प्रदेश कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं सहित प्रदेशभर से आए हजारों कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया और केंद्र सरकार पर संविधान के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। जिसमें संवैधानिक मूल्यों की रक्षा और भाजपा सरकार की नीतियों का विरोध किया. रैली में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के दोषियों पर भी कड़ी कार्रवाई की मांग की गई। यशपाल आर्य ने कहा कि भाजपा सरकार लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और संविधान में बदलाव करके सत्ता को केंद्रित करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा आज दलितों आदिवासियों महिलाओं और किसानों के अधिकारों पर हमला हो रहा है. जो कि संविधान पर हमला है. करन माहरा ने केंद्र सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं में दखलअंदाजी, ईडी-सीबीआई के दुरुपयोग और दलित आदिवासी के अधिकारों पर हमले का आरोप लगाया साथ ही महिलाओं के खिलाफ बढ़ रहे अपराध खनन भ्रष्टाचार को लेकर प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया। सचिन पायलट ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा की विचारधारा संविधान के विरुद्ध है. संविधान सबको बराबर अधिकार देता है जबकि लोग भारत में अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. बीजेपी की केंद्र सरकार देश की एजेंसियों का लगातार दुरुपयोग कर रही है. अपना सब कुछ न्योछावर करने वाले गांधी परिवार को झूठे केसों में फसाया जा रहा है, उत्तराखंड सरकार भ्रष्टाचार में डूबी हुई है, खनन का मामला हो या महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध का सरकार की कोई जवाबदेही नहीं है। 2027 के चुनाव में उत्तराखंड की जनता भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकेगी और कांग्रेस यहां प्रचंड बहुमत से सरकार बनाएगी।वहीं बीजेपी का कहना है के मुख्य विपक्ष पार्टी कांग्रेस की गैर जिम्मेदार राजनीति समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। कल से राज्य की आर्थिकी की सबसे अहम कड़ी चार धाम यात्रा शुरू हुई है। यह यात्रा स्थानीय लोगों के व्यवसाय और स्व रोजगार को मजबूती देने का काम करती है। साल दर साल इसकी सफलता दुनिया के सामने देवभूमि को प्रमुखता से स्थापित कर रही है। लेकिन अफसोस इस महत्वपूर्ण अवसर पर प्रदेश हित में सहयोग करने के बजाय कांग्रेस पार्टी नकारात्मक राजनीति पर कायम है। कांग्रेस को यात्रा की सफलता से अधिक अपने राजनीतिक वजूद को बचाए रखने की है। वे जिन तमाम मुद्दों को संविधान बचाने के नाम पर उठा रहे हैं. उस पर चर्चा करने तक का नैतिक अधिकार कांग्रेस पार्टी को नहीं है। इससे पहले भी उनके तमाम मुद्दों की हवा जनता निकाल चुकी है। जनता इनके नेताओं और उनके विचारों को लगातार नकार रही है। यही वजह है कि न उनकी रैलियों में भीड़ होती है और न ही ये वैचारिक प्रभाव स्थापित कर पाते है। आज की उनकी रैली संख्या और वैचारिक खोखलेपन को पूरी तरह उजागर करती है।

अब प्रदेश कांग्रेस का मानना है की पार्टी नेता इसी प्रकार से एकता के साथ संगठन को मजबूत करते हुए कार्यक्रमों को सफल बनाएंगे तो निश्चित रूप से आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में पार्टी को सत्ता में आने से कोई नहीं रोक सकेगा। इसके अलावा भाजपा सरकार की नीतियों का पुरजोर तरीके से विरोध कर जनहित के मुद्दों को उठाया जाए। यही वजह की कांग्रेस के तमाम वरिष्ठ नेताओं को बैठक के लिए बुलाया गया। इससे संगठन को मजबूती मिलेगी और कांग्रेस पार्टी से जुड़े तमाम नेता एकजुट होंगे।यही वजह हे की कल राजधानी में हुई संविधान बचाओ रैली में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने हुंकार भरी.हालांकि कांग्रेस को बीते लम्बे समय से प्रदेश की राजनिति में बड़ा नुकसान हुआ है इसका कारण भीतर घात माना गया है इस समय कांग्रेस के हाथ खाली है और 2027 भी दूर। इसी वजह से अब कांग्रेस कार्यक्रमो के माध्यम से अपना कुणवा बढ़ने जुटाने में लगी है.