अपराधों पर नहीं जोर, अपने ही मचाये शोर !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में क्राईम का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। प्रदेशभर में रोजाना अपराध के नए नए मामले सामने आ रहे हैं। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक दुष्कर्म के मामलों में उत्तराखंड 9 पहाड़ी राज्यों में टाप पर है, वर्ष 2022 में प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2021 के मुकाबले 26 प्रतिशत ऊपर पहुंच गया। एनसीआरबी के अनुसार, साल 2021 में महिला अपराध के 3431 मामले सामने आए थे, जबकि वर्ष 2022 में यह संख्या बढ़कर 4337 पहुंच गई, वहीं मौजूदा समय में तो ये सभी आंकड़े टूटते हुए दिखाई दे रहे….वहीं हाल ही में राज्य में कई ऐसी घटनाएं सामने आई है जिसने कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े किये हैं। इसके तहत रुद्रपुर में एक नर्स की रेप के बाद हत्या, देहरादून के आईएसबीटी में नाबालिग के साथ गैगरेप, इसके अलावा रुद्रपुर के मदरसे में मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण के साथ ही कई अन्य घटनाएं हाल फिलाल में सामने आई है..जिसपर राजनीति भी खूब गरमा गई है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दलों ने बढ़ते महिला अपराध को लेकर प्रदर्शन कर रहे है। इस बीच बीजेपी सांसद और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी राज्य में अपराध बढ़ने पर गहरी चिंता जताई है। उनका कहना है कि उत्तराखंड पुलिस कार्रवाई कर रही है लेकिन अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म होना बेहद चिंता की बात है। सवाल ये है कि आखिर क्यों उत्तराखंड में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है।

देवभूमि उत्तराखंड की शांति वादियों में अपराध का जहर घुलता जा रहा है। आए दिन अपराधों की बढ़ती संख्या शांति वादियों के इस प्रदेश में चिंता बढ़ा रहे हैं। आलम ये है कि बढ़ते महिला अपराधों को देखते हुए राज्य के डीजीपी को पांच सदस्यीय कमेटी का गठन करना पड़ा है। ये कमेटी महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों से जुड़े विभिन्न बिंदुओं पर विचार करते हुए एक रूपरेखा तैयार करेगी.बता दें कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक महिला अपराधों के मामलों में उत्तराखंड 9 पहाड़ी राज्यों में टॉप पर है.. वहीं वर्ष 2022 में प्रदेश में महिला अपराध का ग्राफ वर्ष 2021 के मुकाबले 26 प्रतिशत तक ऊपर पहुंच गया है। लगातार बढ़ते अपराध चिंता बढ़ा रहे हैं। वहीं बीजेपी के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मान रहे हैं कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थित खराब है और अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं रह गया है।

आपको बता दें कि राज्य में अंकिता भंडारी समेत कई महिला अपराध राष्ट्रीय स्तर तक चर्चा का विषय बने. वहीं राज्य में बढ़ते अपराध को लेकर सियासत भी गरमा गई है। कांग्रेस ने पूरे प्रदेशभर में राज्य सरकार का पुतला दहन कर बदहाल कानून व्यवस्था के खिलाफ आक्रोश जताया. इस बीच महिला कांग्रेसियों ने रुद्रपुर में एसएसपी कार्यालय का घेराव किया.आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों के साथ बर्बरता पूर्ण व्यवहार किया…जिसके बाद कांग्रेस ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके साथ ही कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर राज्य की कानून व्यवस्था में सुधार की मांग की है

कुल मिलाकर राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ना चिंता की है। हांलाकि राज्य का पुलिस प्रशासन कई मामलों में कार्रवाई तो कर रहा है। लेकिन जो तत्परता समय रहते दिखनी चाहिए और जो व्यवस्था होनी चाहिए उसमे काफी कमी दिखाई दे रही है। वहीं प्रदेश में अपराध इस कदर तक बढ़ गया है कि खुद राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और मौजूदा सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत को भी स्वीकार करना पड़ रहा है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म हो गया है

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