बावड़ी की रहस्यमयी इमारत, खोदाई के दौरान दूसरी मंजिल से दिखा कुएं का गेट, गैस का रिसाव

KNEWS DESK-  चंदौसी, 1 जनवरी 2025: मोहल्ला लक्ष्मणगंज में मिल रही पुरानी बावड़ी का अस्तित्व अब धीरे-धीरे पूरी तरह सामने आ रहा है। हाल ही में वहां की खोदाई में दूसरी मंजिल के कुएं का आधा गेट दिखाई दिया है, जिसमें से गैस का रिसाव हो रहा है, साथ ही बदबू भी आ रही है। मजदूरों ने बताया कि गैस से फिलहाल कोई खतरा नहीं है, लेकिन यह बात किसी चमत्कारी स्थल के संभावित संकेत की तरह है।

इस बावड़ी की खोज का काम 21 दिसंबर को शुरू हुआ था, और अब 11वें दिन तक खोदाई लगातार जारी है। नगर पालिका परिषद की सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रियंका सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने कोक लाइन जेसीबी के साथ बावड़ी स्थल पर कार्य जारी रखा। टीम ने खोदाई में कुछ नए सुराग पाए हैं। शाम तक 19 फीट तक की खोदाई हो चुकी थी और कुएं के पास से गैस के रिसाव का पता चला है, जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कुआं इसी स्थान पर हो सकता है। वहीं, जेसीबी से बावड़ी की ऊपरी सतह से मलबा हटाने का काम भी जारी है।

इस बावड़ी के खोज कार्य के दौरान पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। विशेष रूप से मुस्लिम बहुल क्षेत्र में बावड़ी की उपस्थिति के कारण किसी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने चोकसी बढ़ा दी है। शंखनाद के बाद, पुलिस ने बांस-बैरिकेडिंग लगाकर बावड़ी के आसपास सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की है। इसके अलावा, पुलिस निरंतर बावड़ी देखने आने वाले लोगों को लौटाती रही है ताकि माहौल बिगड़ने से बचा जा सके।

इसके अलावा, चंदौसी के पास स्थित गनेशपुर मनोकामना मंदिर के कुंड के जीर्णोद्धार की मांग भी उठाई जा रही है। सनातन सेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख कौशल किशोर ने डीएम को ज्ञापन सौंपकर इस प्राचीन कुंड और मंदिर के संरक्षण की मांग की है। 1884 में बने इस मंदिर और कुंड में 32 गोले बने थे, जिनसे 35 साल पहले पानी आता था, लेकिन अब जलस्तर घटने के कारण पानी आना बंद हो गया है। कुंड के जीर्णोद्धार और पुरातत्व विभाग से सर्वेक्षण की मांग की जा रही है ताकि इस ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित किया जा सके।

इस प्रकार, चंदौसी के इन दोनों ऐतिहासिक स्थलों की खोज और संरक्षण कार्यों पर प्रशासन का ध्यान केंद्रित है, जिससे क्षेत्रीय धरोहर को बचाने और उसे भविष्य की पीढ़ियों के लिए संरक्षित करने की कोशिश की जा रही है।

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