रिपोर्ट – रवि शंकर
उत्तर प्रदेश – रामपुर दो नाली बंदूक मामले में ब्लॉक सैदनगर के किशनपुर अटरिया प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका असमा परवीन को निलंबित करने का विरोध करते हुए जिला योजना समिति रामपुर एवं जिला पंचायत के सदस्य मुस्तफा हुसैन शिक्षिका के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने निलंबन को गलत ठहराते हुए मुस्लिम शिक्षिका के साथ रामपुर सीएमओ के द्वारा की गई अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच करवाए जाने की मांग की है।
महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित करने के लिए लगातार कोशिश
आपको बता दें कि जिला योजना समिति एवं जिला पंचायत के सदस्य मुस्तफा हुसैन ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश में जहां सरकार एक ओर कानून व्यवस्था को मजबूत करने के साथ साथ महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित करने के लिए लगातार कोशिश कर रही है, तो वहीं रामपुर जिले में सरकारी सेवाएं देने वाली मुस्लिम महिलाओं को कुछ अधिकारी मानसिक रूप से परेशान कर शोषण कर रहे है, जिससे सरकार की छबि धूमिल हो रही है।
शिक्षिका का निलंबन करना न्यायोचित नहीं
मुस्तफा हुसैन ने बताया कि उनको सोशल मीडिया और समाचार पत्रों से जानकारी हुई है कि सैदनगर ब्लॉक के गांव किशनपुर अटारिया की शिक्षिका से रामपुर सीएमओ ने गलत लहज़े में अश्लील, लज्जित, शर्मनाक व आपत्तिजनक टिप्पणी की और अपने आत्म सम्मान की रक्षा करते हुए केवल शिक्षिका ने कह दिया कि मैं दो नाली शस्त्रधारी महिला हूं। जिस पर सीएमओ की शिकायत पर शिक्षिका का निलंबन करना न्यायोचित नहीं है। उच्च अधिकारी होने के नाते शिक्षिका मानसिक रूप से आहत होते हुए भी लोक लज्जा की वजह से चुप रही। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि वो अपमान सहेगी। मामले की जांच करवा कर कार्रवाई की जाए।