बहेड़ी के अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफसभासदों ने खोला मोर्चा- चिकित्सा प्रभारी की कार्यशैली और सीएमओ का जवाब, पढ़िए कारनामा!!

रिपोर्ट : ब्यूरो बरेली

हालात ए स्वास्थ्य विभाग: बरेली में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही लगातार उजागर होती नजर आ रही थी लेकिन अब स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ तहसील बहेड़ी के सभासदों ने मोर्चा खोल दिया है, सभासदों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि विभाग की मेहरबानी के चलते बिना शिक्षित और डिग्री वाले लोग निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर्स चला रहे हैं जिसकी वजह से स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, साथ ही बीते दिनों में कई बार मरीजों को ऐसी रिपोर्ट थमा दी गई जिस पर अगर विभाग कार्रवाई चाहता तो कर सकता था। साथ ही बहेड़ी के सभासदों ने इन सभी पर कार्रवाई की मांग की है और कहा है स्वास्थ्य विभाग कार्रवाई करे जिससे स्थानीय लोगों को दिक्कत न हो सके।

 

दरअसल बरेली के बहेड़ी तहसील में सभासदों ने आरोप लगाया है कि यहां जितने भी अल्ट्रासाउंड सेंटर चल रहे हैं वहां के डॉक्टर या टेक्नीशियन गलत रिपोर्ट थमा देते हैं जिसके कारण लोगों को उचित इलाज नहीं मिल पाता जिसके कारण दिक्कतें होती हैं, सभासदों का आरोप है बीते दिनों गलत रिपोर्ट देने के मामले उजागर हुए लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है जिससे इन अल्ट्रासाउंड सेंटर चलाने वालों के हौसले और भी ज्यादा बुलंद होते जा रहे हैं, स्थानीय और सभासदों ने मांग की है स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इस ओर ध्यान दें और रूटीन प्रक्रिया को अपनाते हुए कार्रवाई करना सुनिश्चित करें जिससे आमजनता के साथ खिलवाड़ न हो सके, तहसीलभर में ऐसे अल्ट्रासाउंड सेंटर हैं जहां उचित अल्ट्रासाउंड करने वाले डॉक्टर ही नहीं हैं लेकिन सेंटर संचालित हैं जिसका सीधा खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है।

 

बहेड़ी प्रभारी की कार्यशैली….सीएमओ का फोन काटने वाला जवाब

इतने आरोपों के बाद भी बहेड़ी प्रभारी अमित कुमार इस पर जवाब देने को तैयार नहीं होते हैं, मीडियाकर्मी अगर सवाल करते हैं तो बचते हुए नजर आते हैं, वहीं बरेली के सीएमओ डॉक्टर विश्राम सिंह से इस बाबत बात करना चाही तो उन्होंने भी टाल मटोली करते हुए फोन काट दिया है। इन हालातों से साफ जाहिर होता है कि विभाग की मेहरबानी से यह सब फल फूल रहे हैं और आमजनता के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं फिलहाल देखना होगा कब उचित कार्रवाई होती है और स्थानीय लोगों को सही रिपोर्ट मिलना शुरू होती है।