KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश विधानमंडल के दोनों सदनों के सदस्य, जिनमें भाजपा और उसके सहयोगी दलों, कांग्रेस, बसपा और एसबीएसपी के सदस्य शामिल थे, सभी मंत्री नेता सुबह लगभग 9 बजे 10 बसों में लखनऊ से अयोध्या के लिए रवाना हुए| इस यात्रा में सपा की सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोकदल भी शामिल थी| बसों के मंदिर शहर में पहुंचते ही अयोध्या निवासियों ने उन पर फूलों की वर्षा की| ‘जय श्री राम’ के नारों के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ भी राम मंदिर में विधायकों के साथ शामिल हुए|
रामलला दर्शन के लिए डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें राम लला की पूजा करने का यह सुनहरा अवसर मिला| मुझे उम्मीद है कि भगवान राम सभी राम भक्तों पर अपना आशीर्वाद बरसाएंगे और मैं कामना करता हूं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार पूर्ण बहुमत के साथ वापसी करेगी| 2027 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को एक बार फिर 300 से ज्यादा सीटें मिलें, और देश में 400 से ज्यादा सीटें लोकसभा चुनाव में मिलें|
रामलला के दर्शन करने गये परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा, अद्भुत, दिव्य और अविश्वसनीय, यह भगवान की कृपा है कि हम इस युग में पैदा हुए हैं और हम इन सभी चीजों को देख रहे हैं| लोग इस दिन का इतने लंबे समय से इंतजार कर रहे थे, पीढ़ियां गुजर गईं, कई लोगों ने बलिदान दिया उनका जीवन, लेकिन उन्हें इसे देखने का मौका नहीं मिला, हम बहुत भाग्यशाली और धन्य हैं|
समाजवादी पार्टी द्वारा रामलला की प्राणप्रतिष्ठा का निमंत्रण अस्वीकार करने पर यूपी विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने अपनी प्रतिक्रिया दी| उन्होंने पत्रकारों से कहा कि किसी को भी मंदिर जाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता| उन्होंने कहा- यह मेरे लिए एक भावनात्मक क्षण है और भगवान की कृपा से, मैं यूपी के सभी विधायकों को राम लला के दर्शन के लिए अयोध्या ले जा रहा हूं| यह आस्था का विषय है, आप किसी को भी मंदिर में जाने के लिए मजबूर नहीं कर सकते| अगर कोई किसी कारण से नहीं आ रहा है, तो यह उसकी मर्जी है|
औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ने रामलला की प्राणप्रतिष्ठा में समाजवादी पार्टी के शामिल न होने पर रिएक्ट किया| उन्होंने कहा- जिन्होंने राम भक्तों पर गोलियां चलाईं, वे लोग जिनके डीएनए में सनातन धर्म का विरोध है, और वे जिन्होंने विवादित ढांचे का महिमामंडन किया विवाद के बीच में इसे बाबरी मस्जिद कहा जा रहा है| केवल मुस्लिम मतदाताओं को बचाने के लिए, वे अयोध्या नहीं जा रहे हैं और इस यात्रा का बहिष्कार कर रहे हैं|
इस मामले पर कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने कहा- मैं किसी की आस्था पर टिप्पणी नहीं करना चाहती, जहां तक मेरी जानकारी है, अखिलेश यादव ने कहा है कि वह अपनी सुविधा के अनुसार अयोध्या जाएंगे| उन्होंने यह नहीं कहा कि वह कभी अयोध्या नहीं जाएंगे| उन्होंने कहा- हमेशा की तरह मैं अच्छा महसूस कर रही हूं लेकिन आज जब मैं अन्य सभी विधायकों के साथ जा रही हूं तो मुझे और भी ज्यादा अच्छा लग रहा है|
आपको बता दें कि दोनों सदनों के सदस्यों को सीएम योगी और यूपी विधानसभा अध्यक्ष ने आमंत्रित किया था| नवनिर्मित मंदिर में रामलला की पूजा-अर्चना करने के लिए विधानसभा सतीश महाना अयोध्या पहुंचे थे| एक अधिकारी के अनुसार, समूह ने हनुमानगढ़ी मंदिर भी जाने की प्लानिंग की थी लेकिन समय की कमी और भक्तों की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए ऐसा नहीं हो सका|