रिपोर्ट: राजकिशोर पाठक
सिवनी, सिवनी जिले के बरघाट थाना अंतर्गत मगरकठा गांव में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है जिसमें नाबालिकों के द्वारा हत्या की वारदात सामने आई है. तीन नाबालिग बच्चों ने मिलकर 12 वर्षीय नाबालिग बच्चे की निर्मम रूप से हत्या कर दी है. चौंकाने वाली बात यह है कि हत्या करने वाले तीनों बच्चो की उम्र भी महज 12 से 16 साल बताई जा रही है.
हत्या की वजह भी बेहद हैरान करने वाली है. बताया जा रहा है कि 16 वर्षीय लड़का मृतक बच्चे की बहन से बात किया करता था. मृतक बच्चे को इस बात से एतराज था. और वह इस बात का विरोध भी किया करता था. इस बात को लेकर मृतक नाबालिग का 16 वर्षीय लड़के से विवाद भी चल रहा था. इसको लेकर 16 वर्षीय बच्चे ने लड़की के नाबालिग भाई को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया और उसने अपने दो अन्य साथी बच्चों को भी अपने इस प्लान में शामिल कर लिया. और फिर सुनियोजित तरीके से हत्या की वारदात को अंजाम दिया सिवनी जिले में यह बात सबको हैरान करने वाली की इस उम्र में बच्चों को हाथों में कापी पुस्तक और कलम होना चाहिए वही लोग इस घटना से बेहद ही हैरान हैं वही सिवनी एसपी रामजी श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार की दोपहर तीन नाबालिग बच्चे मृतक बच्चे को खेलने के बहाने घर के कमरे में लेकर आए. और वहां पर चाकुओं और साइकिल की चेन से हमला कर बच्चे को मौत के घाट उतार दिया. तीनों लड़के 12 साल के उस बच्चे पर पर तब तक चाकुओं से हमला करते रहे जब तक वह पूरी तरह मर नही गया. इसके बाद तीनों ने मृतक बच्चे की लाश को ठिकाने लगाने के लिए लाश को बोरी में भर कर घर के पास फेंक दिया. यही नहीं जमीन पर खून के धब्बों को गोबर से मिटाने का भी प्रयास किया.
तीनों बच्चों ने हत्या के सभी सबूतों को मिटाने का भी पूरा प्रयास किया. लेकिन जैसे ही परिजनों को बच्चे की लाश मिली, बात पुलिस तक पहुंच गई. और पूछताछ में आखिरी बार मृतक बच्चा इन तीन बच्चों के साथ देखे जाने की बात सामने आने पर पुलिस ने सोमवार की सुबह बच्चों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की. तो तीनों बच्चों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. फिलहाल तीनों बच्चो के विरुद्ध पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है. और पुलिस द्वारा प्रकरण की विवेचना की जा रही है.
पुलिस अधिकारी भी इस वारदात से हैरान
हत्या की इस वारदात से पुलिस अधिकारी भी हैरान हैं.पुलिस अधिकारियों ने इस घटना को बेहद चिंताजनक बताया है. दरअसल बच्चों द्वारा इतनी कम उम्र में हत्या जैसे गम्भीर अपराध करने के पीछे बच्चों द्वारा आपराधिक और हिंसा वाले कंटेंट वीडियो या फ़िल्म देखने की बढ़ती रुचि को उन्होंने जिम्मेदार ठहराया है. लिहाजा पुलिस अधिकारियों ने सभी परिजनों से इस मसले को गम्भीरता से लेने की अपील की है.