लखनऊ:लोकसभा और यूपी के नगर निकाय चुनाव के पहले BSP अध्यक्ष ने अपने एक फैसले से सभी को चौंका दिया है, वहीं बसपा अध्यक्ष ने ट्वीट करते हुए पार्टी में सभी को चौंकाने वाला बदलाव किया है,वहीं ट्वीट कर लिखा-“बीएसपी द्वारा पार्टी के मीडिया सेल का पुनर्गठन प्रस्तावित है. इस परिस्थिति में नए मीडिया सेल का गठन होने तक अब कोई पार्टी का प्रवक्ता नहीं है. अतः धर्मवीर चौधरी सहित पार्टी के जो भी लोग मीडिया में अगर अपनी बात रखते हैं तो वह उनकी निजी राय होगी, पार्टी का अधिकृत वक्तव्य नहीं.”
आपको बता दें कि BSP के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मवीर चौधरी ने अतीक के परिवार का बचाव करते हुए CBI जांच की मांग की थी,वहीं धर्मवीर चौधरी ने लिखा था कि उमेश पाल हत्याकांड में अतीक की पत्नी व BSP नेता ने CBI जांच की मांग कर रही है तो सरकार न्याय के लिए CBI जांच करानी चाहिए,जिससे सरकार भाग रही है,वहीं धर्मवीर चौधरी के इस बयान को लेकर पार्टी के अंदर ही विरोध हुआ था.
वहीं काशीराम के जन्मदिन पर बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा था कि देश पहले की तरह आज भी जातिवादी सरकार व अनेक तत्वों से जकड़ा हुआ है,इसके अभिशाप से छुटकारा तभी मिल सकता है जब इसके सताए व दबले कुचले लोग देश की सत्ता पर होगें,इसीलिए BSP की स्थापना की गई है