रिपोर्ट – सुशील चौधरी
उत्तर प्रदेश – मथुरा में श्री राधारानी की प्राकट्य स्थली रावल में 11 सितंबर को बड़े ही धूमधाम से श्री लाड़ली जी का प्राकट्योत्सव मनाया जाएगा। मथुरा-बलदेव मार्ग स्थित गांव रावल में राधारानी के प्राकट्य की तैयारियों को अंतिम रूप दिया गया। मंदिर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। मंदिर में रोशनी की व्यवस्था की गई है। महंत राहुल कल्ला ने बताया कि राधारानी का महाभिषेक सुबह 5.30 से 6 बजे तक किया जाएगा। इसमें 125 किलोग्राम दूध, दही, शहद, बूरा, यमुना जल, घी आदि शामिल किए जाएंगे।
आपको बता दें कि मथुरा में श्री राधारानी के प्राकट्योत्सव की धूम मची हुई है| श्री राधारानी की प्राकट्य स्थली रावल में और गांव के घर-घर राधा रानी का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। राधा रानी का सिंहासन उड़ीसा स्थित इस्कॉन मंदिर से भेंट किया गया है, इस सिंहासन को बनाने के लिए 6 कारीगर लगाए गए थे और करीब 3 महीने में जाकर या सिंहासन बनकर तैयार हुआ है| इस सिंहासन को बनाने के लिए करीब 5 लख रुपए का खर्चा आया है| मंदिर सेवादार ने बताया कि यह इस्कॉन मंदिर के एक भक्त ने राधा रानी को भेंट किया है| राधा रानी का सुबह 5:30 पर अभिषेक किया जाएगा और उसके बाद राधा रानी का सिंगार किया जाएगा | उसके बाद इसी सिंहासन पर बैठकर राधा रानी अपने भक्तों को दर्शन देगी| इससे पहले राधा रानी अपने गर्भ ग्रह से ही भक्तों को दर्शन देती थी, परंतु इस सिंहासन के आने के बाद अब राधा रानी अपने गर्भ ग्रह से बाहर निकलकर अपने भक्तों को दर्शन देगी और जो भक्त हैं अपने आराध्य राधा रानी के बड़े शुभम तरीके से दर्शन कर सकेंगे|
श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन और सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम
वहीं एसपी सिटी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन हो उसके लिए सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किए जा रहे है| बैरिकेडिंग कर लोगों को एक तरफ से मंदिर के अंदर प्रवेश दिया जाएगा और दूसरे रास्ते से उन्हें बाहर निकाल दिया जाएगा| मंदिर प्रांगण में अधिक भीड़ न हो उसका भी ध्यान रखा जा रहा है| व्यवस्थाओं को देर शाम तक अंतिम रूप दे दिया जाएगा | साथ ही सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी देकर उनको प्वाइंटों पर तैनात कर दिया जाएगा|