KNEWSDESK- मध्यप्रदेश में चुनाव का माहौल है। ऐसे में सारी पार्टियां चुनाव प्रचार में लगी हुई हैं। अगर भाजपा की बात करें तो अमित शाह , पीएम मोदी समेत बड़े – बड़े नेता प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। इसी बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम पद को लेकर एक बयान दिया है, जब पत्रकारों ने उनसे सीएम को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि 2018 में मैं एक सैकंड में मान गया था कि कमलनाथ को सीएम बनाना चाहिए। अगर मुझे कोई लालच होती तो मैं ऐसा कभी नहीं करता।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम पद को लेकर कहा कि 2018 में मैं एक सैकंड में मान गया था कि कमलनाथ को सीएम बनाना चाहिए। अगर मुझे कोई लालच होता तो मैं ऐसा कभी नहीं करता। मैं किसी कुर्सी की दौड़ में नहीं हूं। मैं पार्टी का कर्मठ कार्यकर्ता हूं । सिंधिया परिवार को कभी कुर्सी से प्रेम नहीं रहा। हमारा इतिहास उठाकर देख लीजिए। मुझे भी सीएम की कुर्सी का कोई लालच नहीं है। मेरे परिवार को कभी कुर्सी का लालच नहीं रहा। मेरे पिता और दादी को भी कभी इसका कोई लालच नहीं था। आगे कहा कि वे पूरी मेहनत से पार्टी के प्रचार में जुटे हैं। आज एमपी जहां है , उसके पीछे सीएम शिवराज है।
किसानों को फर्जी सर्टिफिकेट बांटे
जब उनसे कांग्रेस की कर्जमाफी को लेकर सवाल किया गया तो कहा कि किसी का ऋण माफ नहीं हुआ। मैं भरी सभाओं में लोगों से पूछता हूं , लेकिन कोई मुझे नहीं बताता कि मेरा ऋण माफ हुआ है। उन्होंने किसानों को फर्जी सर्टिफिकेट बांटे। आगे कहा कि जब तक सहकारी बैंकों को सरकार किसानों की बकाया राशि का भुगतान नहीं करेगी तो बैंक कैसे आपका ऋण माफ करेगा, जब शिवराज सिंह सीएम बने उसके बाद उन्होंने किसानों के बकाया लोन की 2500 करोड़ की राशि बैंकों को दी । तब कहीं जाकर किसानों का ऋण माफ हुआ।