KNEWS DESK- मोहन यादव ने घोषणा की कि वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन और उनके अद्वितीय पराक्रम को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, उनके शासनकाल के नवाचारों पर सेमिनार भी आयोजित किए
जाएंगे ताकि उनका योगदान देश-विदेश में पहचाना जा सके।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बताया कि वीरांगना रानी दुर्गावती ने अकबर की सेना को तीन बार हराया और सुशासन तथा जल प्रबंधन में कई महत्वपूर्ण नवाचार किए। जबलपुर एयरपोर्ट और मदन महल से गुजरने वाला फ्लायओवर अब वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम से जाना जाएगा। राज्य सरकार गढ़ में रानी दुर्गावती के नाम पर स्टेडियम के लिए भारत सरकार से अनुमति प्राप्त करने का भी प्रयास करेगी। क्षेत्र के तालाबों और जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार प्राथमिकता से किया जाएगा। यह उनकी वीरता और पराक्रम को सम्मानित करने की दिशा में एक कदम है।
मुख्यमंत्री यादव ने जबलपुर में वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर कहा कि अकबर का दौर बहुत कठिन था। एक ओर महाराणा प्रताप उससे संघर्ष कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर वनांचल में वीरांगना रानी दुर्गावती ने उसकी सेना से लोहा लिया।सीएम ने घोषणा की कि वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन, उनके शौर्य और सुशासन के नवाचारों को देश और दुनिया के सामने लाने के लिए इन्हें पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा और इन विषयों पर सेमिनार भी आयोजित होंगे।
रानी दुर्गावती के विविध पक्षों को उजागर करने के लिए 5 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया गया है। जबलपुर सहित प्रदेश में हर महीने सांस्कृतिक और बौद्धिक आयोजन होंगे। रानी दुर्गावती के 500वें जन्मशताब्दी वर्ष में उनके प्रति सम्मान और कृतज्ञता ज्ञापित करने के उद्देश्य से पहली कैबिनेट बैठक जबलपुर में आयोजित की गई। भारतीय संस्कृति, सभ्यता और परम्पराओं की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाली रानी दुर्गावती के जीवन संघर्ष के अनछुए पहलुओं से जनसामान्य को परिचित कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में निरंतर कार्य जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती और रानी अवंतीबाई लोधी नारी शक्ति का ऐतिहासिक उदाहरण हैं। उन्होंने सिद्ध किया कि युद्ध हो या शासन व्यवस्था, महिलाएं हर क्षेत्र में आगे हैं। इसी क्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने जनजातीय प्रतिभा को सामने लाकर भारतीय महिलाओं की क्षमता को विश्व पटल पर रखा है। राज्य सरकार कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए समर्पित है।
श्रद्धांजलि अर्पित की
गोंडवाना साम्राज्य की महारानी अदम्य शौर्य, पराक्रम और स्वाभिमान की प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती के 461 वें बलिदान पर CM मोहन यादव ने नरई नाला स्थित समाधि स्थल पहुंचकर पूजा-अर्चना की तथा रानी को श्रद्धांजलि अर्पित की| मुख्यमंत्री ने समाधि स्थल पर रानी दुर्गावती अमर रहे के नारों के बीच रानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया|