डिजिटल डेस्क- मध्यप्रदेश के कटनी जिले के स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां अवैध खनन का विरोध करने वाले दलित युवक राजकुमार चौधरी पर कथित तौर पर बेरहमी से हमला किया गया और उसके साथ अमानवीय हरकत की गई। राजकुमार ने आरोप लगाया कि उन्हें जातिसूचक गालियां दी गईं, जान से मारने की धमकी मिली और घर लौटते समय रास्ते में घेरकर लाठी-डंडों से पीटा गया।
घटना 13 अक्टूबर की
राजकुमार ने बताया कि 13 अक्टूबर की शाम उन्होंने अपनी जमीन के पास रांमगढ़ा पहाड़ी में हो रहे अवैध गिट्टी खनन का विरोध किया था। उनका आरोप है कि यह खनन ग्राम सरपंच रामानुज पांडेय और उनके सहयोगियों की देखरेख में हो रहा था। विरोध करने के बाद सरपंच, उनके बेटे पवन पांडेय, भतीजे सतीश पांडेय और अन्य लोगों ने उन्हें गांव के मुक्तिधाम के पास रोककर हमला किया।
मां को भी पीटने का लगाया आरोप
युवक के अनुसार, उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा, “सरपंच के बेटे ने मुझ पर पेशाब किया। मेरी मां ने बीच बचाव किया तो उनके बाल पकड़कर खींचा गया और उन्हें भी मारा गया। सबके सामने मेरी बेइज्जती की गई।” पीड़ित ने कहा कि उनके छोटे-छोटे बच्चे हैं और उनके लिए जीना अब और भी मुश्किल हो गया है।
पुलिस कार्रवाई
इस मामले में पुलिस ने चार नामजद आरोपियों के खिलाफ मारपीट और अनुसूचित जाति-जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम (SC/ST Act) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। एएसपी संतोष डेहरिया ने बताया कि पीड़ित इलाज के बाद शिकायत लेकर पुलिस के पास आया। उन्होंने कहा, “शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है।”
सरपंच ने आरोपों को राजनीति करार दिया
वहीं, सरपंच रामानुज पांडेय ने सभी आरोपों को राजनीतिक साजिश करार देते हुए कहा कि यह कहानी गढ़ी गई है। उन्होंने बताया कि कोई अवैध खनन नहीं हो रहा था और केवल पंचायत भवन के नवीनीकरण के लिए गिट्टी निकाली जा रही थी।